Ram And Ravan: हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने एक संवाद के दौरान भगवान राम और रावण के बीच के सबसे बड़े अंतर को स्पष्ट किया. वरुण धवन की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि राम धर्म की व्याख्या के अनुसार जीवन जीते थे जबकि रावण ने धर्म को अपनी सुविधानुसार परिभाषित किया. उन्होंने बताया कि कुछ लोग धर्म को अपने कर्तव्य के रूप में देखते हैं जबकि कुछ इसे अपने स्वार्थ के लिए बदलते हैं. यही सबसे बड़ा फर्क राम और रावण के व्यक्तित्व में था.


वरुण धवन ने आगे सवाल किया कि रावण को ज्ञान का अहंकार था जबकि राम को अहंकार का ज्ञान था. इस पर अमित शाह ने कहा कि यह भी धर्म की व्याख्या के अंतर्गत ही आता है. उन्होंने बताया कि राम ने हमेशा अपने ज्ञान और धर्म का इस्तेमाल मानवता के भले के लिए किया जबकि रावण ने अपने ज्ञान का दुरुपयोग किया. यह अंतर उनकी सोच और जीवन जीने के तरीके को परिभाषित करता है.


वरुण ने अमित शाह को बताया 'देश का हनुमान' 


संवाद के अंत में वरुण धवन ने गृह मंत्री को कहा कि राहुल गांधी आपको राजनीति का चाणक्य कहते हैं, लेकिन मैं आपको देश का हनुमान कहता हूं. उन्होंने कहा कि अमित शाह निस्वार्थ भाव से देश की सेवा कर रहे हैं जो उन्हें हनुमान के समान बनाता है. इस बयान पर अमित शाह ने मुस्कुराते हुए इसे स्वीकार किया जिससे यह बातचीत और ज्यादा प्रेरणादायक बन गई.


यह संवाद न केवल धर्म और राजनीति की नई व्याख्या प्रस्तुत करता है बल्कि ये भी दिखाता है कि विचारशील संवाद कैसे सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकता है. राम और रावण के दृष्टांत का उपयोग करते हुए अमित शाह ने जीवन और धर्म के गहरे संदेश को शेयर किया. 


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