लखनऊ: दिल्ली और यूपी समेत देश के कई राज्यों में नागरिकता कानून को लेकर पक्ष विपक्ष में जोर आजमाइश जारी है. एक तरफ दिल्ली के शाहीन बाग और यूपी में लखनऊ और प्रयागराज में महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी रैलियां कर खुलकर कह रही है कि चाहे जितने प्रदर्शन हो जाएं, नागरिकता कानून वापस नहीं लिया जाएगा.


गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लखनऊ में आयोजित सीएए पर रैली में साफ कहा कि किसी भी कीमत पर कानून वापस नहीं लिया जाएगा. गृह मंत्री के बयान का असर यह हुआ कि मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली जैसे बड़े मुस्लिम धर्मगुरु अब धरना कर रही महिलाओं के पक्ष में आ खड़े हुए हैं.


मुस्लिम महिलाओं के प्रदर्शन में बुद्धि शुद्धि यज्ञ हुआ


दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर प्रयागराज और लखनऊ में भी नागरिकता कानून को लेकर मुस्लिम महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को प्रयागराज के रोशनबाग स्थित मंसूर पार्क में महिलाओं के प्रदर्शन का दसवां दिन रहा.


दसवें दिन मंसूर पार्क में हिन्दू समाज के पुजारियों ने सरकार की बुद्धि शुद्धि का यज्ञ किया. एक तरफ मुस्लिम महिलाएं मरते दम तक अपना धरना जारी रखने की बात कर रही हैं तो वहीं पुजारी बैठकर मंत्रोच्चारण के साथ बुद्धि शुद्धि के लिए हवन भी कर रहे हैं.


महिलाओं का कहना है कि वो रहेंगी हिंदुस्तान की जमीन पर ही, चाहे जमीन के ऊपर जिंदा रहकर या फिर जमीन के अंदर दफन होकर,लेकिन वह देश नहीं छोड़ेंगी. इस धरने में छोटे-छोटे बच्चों के साथ स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाली लड़कियां भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं. सबकी बस एक ही मांग है कि केंद्र सरकार नागरिकता कानून वापस ले ले.


लखनऊ में शाम होते होते महिलाओं की भीड़ बढ़ी


यूपी की राजधानी लखनऊ के घंटाघर पर बीते 5 दिनों से मुस्लिम महिलाओं का नागरिकता कानून के खिलाफ धरना जारी है. मंगलवार को दोपहर में गृह मंत्री के बयान के बाद शाम होते होते घंटाघर पर धरने में शामिल होने आयीं महिलाओं की संख्या में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली. इनसे पहले सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के धरने को आगे बढ़ाने के लिए जब जरूरी सामान लाया जाने लगा, तब पुलिस ने अंगीठी, कम्बल, रजाई और खाने पीने की चीजें जब्त कर लीं.


इसके बाद पुलिस ने 3 अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज किए. इनमें देश के जाने माने शायर मुनव्वर राणा की 2 बेटियों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया. अब लखनऊ में घंटाघर के अलावा गोमती नगर में भी महिलाओं का एक अलग धरना शुरू हो गया है. ऐसे में पुलिस के लिए महिलाओं के धरने से निपटना बड़ी चुनौती बन गई है.


फिरंगी महली ने महिलाओं के धरने के समर्थन किया


मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने मंगलवार को नागरिकता कानून को लेकर महिलाओं के धरने के समर्थन कर दिया है. अबतक इन मामले में चुप्पी साधे मुस्लिम धर्मगुरु भी गृह मंत्री के बयान के बाद खुलकर सामने आए हैं. फिरंगी महली ने कहा कि शांन्तिपूर्ण प्रदर्शन करना सबका हक है.


महिलाओं के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि वो महिलाओं को सलाम करते हैं जो ठंड में हिम्मत करके इस कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं. फिरंगी महली ने महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को गलत बताते हुए कहा कि इस धरने को गैरकानूनी कहना भी गैरकानूनी है.


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