केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की एक टिप्पणी पर कहा कि वह कभी किसी को नहीं डांटते और न ही गुस्सा होते हैं, लेकिन कश्मीर का सवाल आता है तो गुस्सा आ जाता है. सदन में ‘दंड प्रक्रिया (शिनाख्त) विधेयक, 2022’ को चर्चा एवं पारित करने के लिए रखते हुए अमित शाह ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक ‘मॉडल कारागार मैनुअल’ बना रही है, जिसे राज्यों को भेजा जाएगा.
जब तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने कहा कि इस तरह के किसी मैनुअल का मसौदा उन्होंने नहीं देखा है तो शाह ने कहा, ‘‘नहीं देखेंगे, क्योंकि आप सरकार में नहीं हैं. सरकार अभी बना रही है. आप सरकार में होते तो जरूर देखते. मैं आपको अग्रिम रूप से आश्चस्त करने के लिए यह बात कह रहा हूं.’’
इस पर सदन में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय कहते सुने गए कि ‘‘आप जब दादा (सौगत राय) को बोलते हैं तो डांटकर बोलते हैं.’’
इसके जवाब में अमित शाह ने मुस्कराते हुए कहा, ‘‘नहीं, नहीं....मैं कभी किसी को नहीं डांटता हूं. मेरी आवाज जरा ऊंची है. यह मेरा ‘मैन्यूफेक्चरिंग डिफेक्ट’ है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘न मैं कभी किसी को डांटता हूं और न कभी गुस्सा होता हूं. कश्मीर का सवाल आ जाता है तो (गुस्सा) हो जाता हूं, बाकी नहीं होता.’’ इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य हंस पड़े.