गोवा मुक्ति दिवस पर अमित शाह, केजरीवाल समेत तमाम नेताओं ने दिए बधाई संदेश, जानिए क्या है इसका इतिहास
गोवा मुक्ति दिवस हर साल 19 दिसंबर को पुर्तगालियों से स्वतंत्रता प्राप्त करने वाले राज्य की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है. पुर्तगाली शासन के तहत 450 सालों के बाद 1961 में गोवा को मुक्त किया गया था.
Goa Liberation Day 2022: गोवा मुक्ति दिवस हर साल 19 दिसंबर को मनाया जाता है. यह उस दिन के रूप में याद किया जाता है, जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 1961 में पुर्तगाली शासन के 450 सालों के बाद गोवा को मुक्त कराया था. आज के इस खास अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेताओं ने शुभकामना संदेश दिए हैं.
अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, "गोवा के हमारे भाइयों और बहनों को 'गोवा मुक्ति दिवस' की शुभकामनाएं. गोवा को विदेशी शासन से मुक्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले उन सभी वीरों को याद करते हुए, मैं उनके शौर्य और साहस को नमन करता हूं."
Greetings to our sisters and brothers of Goa on 'Goa Liberation Day'.
— Amit Shah (@AmitShah) December 19, 2022
Remembering all those brave hearts who worked hard to free Goa from foreign rule, I bow to their valor and courage.
'गोवा निरंतर प्रगति करे और गौरव की नई ऊंचाइयों को छुए'
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, "गोवा मुक्ति दिवस पर मैं उन शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने गोवा को औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने के लिए लड़ाई लड़ी. राष्ट्र हमारे सशस्त्र बलों के अनुकरणीय साहस और बहादुरी को सलाम करता है. गोवा निरंतर प्रगति करे और गौरव की नई ऊंचाइयों को छुए, ऐसी हमारी कामना है."
On Goa Liberation Day, I pay homage to the martyrs and freedom fighters who fought to liberate Goa from colonial rule. The nation also salutes the exemplary courage & bravery of our armed forces. May the state continue to progress and reach new heights of glory.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 19, 2022
केजरीवाल ने गोवा के लोगों को दी बधाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं मुक्ति दिवस के अवसर पर गोवा के लोगों को बधाई देता हूं. यदि हम वास्तव में गोवा को मुक्त कराने वालों को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, तो हमें राज्य को भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से मुक्त करना होगा और इसकी विरासत, पर्यावरण और संस्कृति की रक्षा करनी होगी."
I extend my greetings to the people of Goa on the occasion of Liberation Day.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 19, 2022
If we actually want to pay tribute to those who liberated Goa, we must free the state from corruption & unemployment, and protect its legacy, environment & culture.
गोवा के सीएम ने स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को किया याद
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने 19 दिसंबर 1961 को प्राप्त पुर्तगाली शासन से राज्य की मुक्ति पर लोगों को बधाई दी है. अपने संदेश में सीएम सावंत ने गोवा के सफल संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिग्गजों के प्रति आभार व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री सावंत ने रविवार को बयान जारी कर कहा, "हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ी लड़ाई लड़ी और आने वाली पीढ़ियों को शांति और सम्मान के साथ रहने देने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया. आज हम उन स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हैं, जिन्होंने लंबे समय तक चलने वाले स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी है. 19 दिसंबर, 1961 वास्तव में एक ऐतिहासिक और हम सबके लिए उल्लेखनीय दिन है."
इसलिए मनाया जाता है 'गोवा मुक्ति दिवस'
गोवा मुक्ति दिवस हर साल 19 दिसंबर को पुर्तगालियों से स्वतंत्रता प्राप्त करने वाले राज्य की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है. पुर्तगाली शासन के तहत 450 सालों के बाद 1961 में गोवा को भारतीय सेना द्वारा मुक्त किया गया था. 1510 में पुर्तगालियों ने भारत में कई स्थानों पर उपनिवेश स्थापित किया था.
19वीं शताब्दी के अंत तक वे केवल गोवा, दमन, दीव, दादरा, नगर हवेली और अंजेदिवा द्वीप (Anjediva Island) में उपनिवेश बनाए रखने में सफल रहे। देशभर में विरोध प्रदर्शन के चलते गोवा मुक्ति आंदोलन की शुरुआत हुई, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन को उखाड़ फेंकना था.
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