Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के साथ अपनी बैठकों के बाद गुरुवार सुबह अपना दौरा समाप्त कर दिया. पार्टी के राज्य नेतृत्व के साथ बैंठकें बुधवार (27 सितंबर) को देर रात तक (करीब 2 बजे तक) चलीं, जिनमें आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई. 


अमित शाह और जेपी नड्डा बुधवार शाम विशेष विमान से जयपुर पहुंचे थे. इसके बाद वे हवाई अड्डे के पास ही एक होटल में कोर कमेटी की बैठक के लिए गए.


अमित शाह और जेपी नड्डा ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी नेता वसुंधरा राजे के साथ अलग से बैठक की. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शाह और नड्डा ने वसुंधरा राजे के साथ करीब 15 मिनट तक बैठक की. इसके बाद वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई जिसमें पार्टी की चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई.


हाल ही में बीजेपी की ओर से आयोजित चार 'परिवर्तन यात्राओं' पर प्रतिक्रिया पर भी चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए बीजेपी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह-प्रभारी नितिन पटेल, बीजेपी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह, राज्य इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया और अन्य नेता मौजूद थे.


क्या मैसेज दिया गया?


बैठक के दौरान स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सबसे ऊपर है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. कुछ नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और चुनाव संबंधी अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई.


केंद्रीय मंत्रियों पर लगाया जा सकता है दांव


वहीं, बीजेपी की राजस्थान इकाई के सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है.


बड़े नेता आते हैं तो मनोबल का निर्माण होता है- सतीश पूनिया


बीजेपी नेता सतीश पूनिया ने कहा, ''बड़े नेता आते हैं तो मनोबल का निर्माण होता है, जनता में संदेश जाता है. पूरी ऊर्जा से लगेंगे. राजस्थान में बीजेपी को अच्छे बहुमत से जिताएंगे.''  उन्होंने कहा, ''(अमित शाह और जेपी नड्डा ने) मैसेज मजबूती से लड़ने और जीतने का दिया है और उसके लिए पूरा केंद्र पार्टी के साथ राजस्थान में खड़ा है.''


पूनिया ने कहा कि उम्मीदवारों की लिस्ट दिल्ली से ही तय होगी. उन्होंने कहा कि (राजस्थान) सरकार के खिलाफ बहुत सारे मुद्दे हैं, बड़ी जबरदस्त रिजेंटमेंट (आक्रोश) है, मोदी जी का नाम और काम है, पार्टी का अपना संगठन का काम है, इतनी बड़ी ताकत है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को होटल में पत्रकारों को बताया कि रात में बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई.


ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के तरीकों पर हुआ मंथन- सूत्र


सूत्रों के मुताबिक, बैठक करीब तीन घंटे तक चली. पूनिया और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ पहले दौर के बाद कार्यक्रम स्थल से निकलने वाले पहले व्यक्ति थे. वहीं, नड्डा और शाह ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, नितिन पटेल, अरुण सिंह, कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर समेत अन्य लोगों के साथ अगले दौर की बैठक की.


एक सूत्र ने कहा, नेताओं ने विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा की और मेवाड़, वागड, शेखावाटी, हाड़ौती और मारवाड़ क्षेत्रों और पूर्वी राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के तरीकों पर मंथन किया. ऐसी अटकलें हैं कि आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक प्रकाश चंद को विधानसभा चुनाव में कुछ जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं.


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