बीजेपी का मिशन बंगाल, दो दिन के दौरे पर अमित शाह और जेपी नड्डा, क्या है कार्यक्रम?
LS Polls 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर BJP पश्चिम बंगाल पर पूरा फोकस बनाए हुए है. 2019 में बीजेपी ने 42 संसदीय सीटों में से 18 सीटें हासिल की थीं. इस बार का लक्ष्य बड़ा है.
Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्यों में संगठनात्मक मीटिंग करने को लेकर मुहिम तेज कर दी है. पश्चिम बंगाल में संगठनात्मक स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं. वह मंगलवार (26 दिसंबर) को कई संगठनात्मक बैठकों की अध्यक्षता भी करेंगे. इस बाबत जानकारी एक पार्टी नेता की ओर से दी गई.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शाह-नड्डा की सार्वजनिक कार्यक्रम या बैठक को संबोधित करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. दोनों नेता सोमवार देर रात नेताओं से मुलाकात करेंगे. अमित शाह और जेपी नड्डा मंगलवार सुबह गुरुद्वारा बारा सिख संगत और कालीघाट मंदिर का दौरा भी करेंगे.
बंद कमरे में होगी खास मीटिंग
बीजेपी नेता ने कहा कि दोपहर में राज्य के नेताओं और फ्रंटल संगठनों के साथ बैठकें की जाएंगी. बैठकों की श्रृखंला के दौरान लोकसभा चुनाव की तैयारी में संगठनात्मक ताकत का बारीकी से आकलन किया जाएगा. इसके साथ ही दो दिवसीय दौरे की समाप्ति के बाद नई दिल्ली रवानगी से पहले केंद्रीय शीर्ष नेताओं की राष्ट्रीय पुस्तकालय में एक बंद कमरे में मीटिंग भी शेड्यूल है.
'दोनों शीर्ष नेताओं का एक साथ बंगाल दौरा बेहद अहम'
बीजेपी के राज्य महासचिव अग्निमित्रा पॉल के अनुसार, ''शीर्ष दो नेताओं की संयुक्त यात्रा इस बात को रेखांकित करती है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की नजर में पश्चिम बंगाल कितना महत्व रखता है. मैंने कभी भी दोनों शीर्ष नेताओं को एक साथ बंगाल का दौरा करते नहीं देखा. यह इस तरफ भी इशारा करता है कि बीजेपी नेतृत्व के लिए बंगाल कितना महत्वपूर्ण है.''
बीजेपी का 35 सीट जीतने का लक्ष्य
शाह ने पश्चिम बंगाल में 35 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 42 संसदीय सीटों में से 18 सीटें हासिल की थीं. इन शीर्ष नेताओं की पश्चिम बंगाल यात्रा एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है क्योंकि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपने संगठनात्मक सिस्टम को पूरी तरह से मजबूत करने के प्रयास में जुटी है.
आंतरिक कलह और दल-बदल ने बीजेपी परेशान
2021 के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद से पार्टी में आंतरिक कलह और दल-बदल ने बीजेपी को परेशान कर दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, पार्टी सांसद अर्जुन सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय समेत 6 विधायक 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद से टीएमसी में शामिल हो गए. टीएमसी ने 2021 के चुनाव में शानदार जीत की हैट्रिक लगाई थी. तृणमूल कांग्रेस ने 215 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी को सिर्फ 77 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.
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