CRS Application Launch: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मंगलवार (29 अक्टूबर, 2024) को सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया. इसी के साथ-साथ जनगणना भवन में नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया. यह ऐप जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के साथ प्रमाण पत्रों की इलेक्ट्रॉनिक डिलीवरी की सम्पूर्ण प्रक्रिया को सहज, तेज और सरल बनाएगा. इस ऐप के लॉन्च होने से किसी भी व्यक्ति को बार बार दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे.
सेंसेज इंडिया 2021 ने अपने एक्स हैंडल से वीडियो जारी कर के बताया कि कैसे इस ऐप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इस पोर्टल के जरिए लोगों को जन्म और मृत्यु के प्रमाण पत्र लेना और भी ज्यादा आसान हो जाएगा.
काम होगा आसान
किसी भी व्यक्ति के जन्म और मृत्यु होने के 21 दिन के अंदर इस ऐप पर ऑनलाइन रिकॉर्ड दर्ज करना होगा. रिकॉर्ड रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचेगा और जांच के बाद प्रमाण पत्र ऑनलाइन मिल जाएगा. इसे कोई भी व्यक्ति कहीं भी बैठे बैठे यूज कर सकता है और अपना काम आसान बना सकता है.
धोखाधड़ी से बचेंगे नागरिक
सबसे खास बात इस पोर्टल की यह है कि जन्म और मृत्यु को लेकर प्रमाण पत्रों की धोखाधड़ी से व्यक्ति बचा रहेगा. अगर कोई व्यक्ति 21 दिन के भीतर रिकॉर्ड दर्ज नहीं करता है तो 21 दिन के बाद लगने वाली लेट फीस का रसीद नंबर डालना होगा, जिसके बाद ही प्रोसेस आगे बढ़ पाएगी. 21 दिन के भीतर कोई व्यक्ति रिकॉर्ड दर्ज करता है तो उसे किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा.
वहीं 21 दिन से ज्यादा यानी की 22 से 30 दोनों के 2 रुपये देने होंगे और 31 दिन से एक साल तक 5 रुपये की लेट फीस देनी होगी. इसी के साथ-साथ ज्यादा पुराने प्रमाण पत्रों के लिए 10 रुपये का शुल्क तय किया गया है. प्राइवेट अस्पताल भी इस ऐप पर जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड दर्ज कर सकेंगे.