नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री होंगे. एक साक्षात्कार में उन्होंने सभी तरह के कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि जबसे नीतीश कुमार के साथ हमारी सरकार बनी है, तबसे बीजेपी ने तय किया था कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जो कोई भी भ्रांतियां फैला रहा है उस पर वे विराम लगा रहे हैं.
अगर बीजेपी की ज्यादा सीटें आईं तो?
इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि अगर मगर का कोई सवाल ही नहीं है. नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया कि बिहार में एनडीए को दो-तिहाई बहुमत मिलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब से एनडीए बना है तब से नीतीश कुमार हमारे साथी हैं. गठबंधन का एक धर्म होता है और हमने उस धर्म को निभाया है. केंद्र में नरेंद्र मोदी और राज्य में नीतीश कुमार की डबल इंजन वाली सरकार बिहार के विकास को विकसित राज्य बनाने में बहुत द्रुत गति से आगे ले जाएगी.
बता दें कि बिहार चुनाव के दौरान विपक्षी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और जेडीयू के बीच सब कुछ ठीक नही हैं. खासकर चिराग पासवान के बयानों के बाद विपक्ष ने इसे हवा देने की कोशिश की. जाहिर है कि चिराग लगातार ये दावा करते दिख रहे हैं कि चुनाव के बाद बीजेपी और एलजेपी मिलकर सरकार बनाएगी. लेकिन अब अमित शाह के बयान के बाद तस्वीर पूरी तरह साफ हो चुकी है.
एलजेपी से जुड़े सवाल पर क्या बोले अमित शाह?
अमित शाह ने चिराग पासवान से जुड़े सवाल पर कहा कि वे एनडीए छोड़कर क्यों गए इसका जवाब चिराग पासवान ही दे सकते हैं. शाह ने कहा कि गठबंधन तोड़ने की घोषणा उनकी तरफ से ही की गई.
गौरतलब है कि एलजेपी, एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही है. हालांकि, वह बीजेपी के उम्मीदवारों का समर्थन देने की भी बात कर रही है. शनिवार को एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एलान किया कि जमुई से बीजेपी की उम्मीदवार श्रेयसी सिंह का वे समर्थन करेंगे.
चिराग पासवान ने फिर JDU पर साधा निशाना, कहा- बीजेपी और एलजेपी मिलकर नया बिहार बनाएंगे