(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लोंगेवाला युद्ध के नायक Bhairo Singh Rathore से मिले Amit Shah, 1971 की लड़ाई में मार गिराए थे कई Pakistani सैनिक
Who is Bhairo Singh Rathore: भैरो सिंह राठौड़ ने 1963 में बीएसएफ जॉइन की थी और वह 1987 में रिटायर हुए थे. युद्ध के समय वह डी-कंपनी की 14वीं बटालियन की तीसरी प्लाटून में तैनात थे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को राजस्थान के जैसलमेर में 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक भैरो सिंह राठौड़ से मुलाकात की. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे. 1971 के युद्ध में भैरो सिंह राठौड़ ने अदम्य शौर्य दिखाते हुए पाकिस्तान के कई सैनिकों को मार गिराया था. फिल्म 'बॉर्डर' में सुनील शेट्टी ने भैरो सिंह राठौड़ का ही किरदार निभाया है. हालांकि फिल्म में दिखाया गया है कि भैरो सिंह शहीद हो जाते हैं लेकिन यह सच नहीं है.
एक ट्वीट में शाह ने लिखा, 1971 के युद्ध में लोंगेवाला पोस्ट के वीर नायक भैरों सिंह राठौड़ से जैसलमेर में मिलने का सौभाग्य मिला. लोंगेवाला से दुश्मनों को खदेड़ने की आपकी वीरता और मातृभूमि के प्रति प्रेम ने देश के इतिहास व देशवासियों के हृदय में एक अपार श्रद्धा का स्थान बनाया है. आपको नमन करता हूं.
भैरो सिंह राठौड़ ने 1963 में बीएसएफ जॉइन की थी और वह 1987 में रिटायर हुए थे. युद्ध के समय वह डी-कंपनी की 14वीं बटालियन की तीसरी प्लाटून में तैनात थे. इस बीच भारतीय सेना ने 23 पंजाब को लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात किया, जिसकी अगुआई मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी कर रहे थे. लांस नायक भैरों सिंह पंजाब बटालियन के लिए बतौर गाइड तैनात थे.
1971 के युद्ध में लोंगेवाला पोस्ट के वीर नायक भैरों सिंह राठौड़ जी से आज जैसलमेर में मिलने का सौभाग्य मिला।
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2021
लोंगेवाला से दुश्मनों को खदेड़ने की आपकी वीरता और मातृभूमि के प्रति प्रेम ने देश के इतिहास व देशवासियों के हृदय में एक अपार श्रद्धा का स्थान बनाया है।
आपको नमन करता हूँ। pic.twitter.com/lC33QjCtVb
इसके बाद रात में खबर मिली कि टैंक रेजिमेंट और हजारों जवानों के साथ पाकिस्तानी सेना लोंगेवाला पोस्ट की ओर बढ़ रही है. उस रात एयरफोर्स भी सेना की मदद के लिए उपलब्ध नहीं थी. भारतीय सेना के 120 शूरवीरों और भैरो सिंह ने अदम्य पराक्रम दिखाते हुए पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया.
लांस नायक भैरो सिंह ने एलएमजी गन से लगातार 7 घंटे तक फायरिंग की और 25 से ज्यादा पाकिस्तानी सिपाहियों को मौत की नींद सुला दिया. लोंगेवाला के युद्ध में वीरता के लिए साल 1972 में राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री बरकतुल्ला खान ने उन्हें सेना मेडल से सम्मानित किया था.
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