लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की कार पर हुए हमले को लेकर आज गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने संसद में बयान दिया है. उन्होंने राज्यसभा में कहा कि उनके खतरे का मूल्यांकन कराया गया है और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. ओवैसी ने सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया है, मैं उनसे निवेदन करुंगा कि वो तुरंत ही सुरक्षा ले लें. सरकार के आकलन के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी को अभी भी सुरक्षा संबंधी खतरा है.


उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने घटना के तुरंत बाद कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. दोनों से यूपी पुलिस पूछताछ कर रही है. इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तुरंत ही यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी. उनके खतरे का मूल्यांकन कराया गया और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी.


अमित शाह (Amit Shah) ने घटना का ब्योरा देते हुए कहा कि जब ओवैसी का काफिला सिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो दो अज्ञात लोगों ने उनके काफिले पर गोली चलाई. आईपीसी की धारा 307 के तहत एफआई आर दर्ज की गई है. गृहमंत्री ने कहा कि ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का हापुड़ ज़िले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके आंदोलन की कोई सूचना ज़िला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी. घटना के बाद वे सुरक्षित दिल्ली पहुंचे.


AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की कार पर हापुड़ जिले में 3 फरवरी की शाम को गोलीबारी की गई थी. यह घटना उस वक्त हुई, जब वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों में शरीक होने के बाद लौट रहे थे.


हमले के बाद केंद्र सरकार ने शुक्रवार को ओवैसी (Owaisi) को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो द्वारा ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया था. सूत्रों ने बताया कि ओवैसी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे सीआरपीएफ कमांडो तैनात रहेंगे. हालांकि बाद में असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में पूरे घटनाक्रम का ब्योरा देते हुए कहा था कि वह जेड कैटगरी की सुरक्षा नहीं लेंगे.


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