Caste Census: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना को कांग्रेस समेत अन्य विपक्ष दलों ने एक बड़ा मुद्दा बनाया है. इस बीच शुक्रवार (3 नवंबर) को  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाति जनगणना के मसले पर कहा है कि बीजेपी इसके खिलाफ नहीं है.


उन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करने के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''हम राष्ट्रीय पार्टी हैं. हम वोटों की राजनीति नहीं करते हैं. सभी से चर्चा करने के बाद जो भी उचित निर्णय होगा हम बताएंगे. इसके आधार पर चुनाव की नैय्या पार लगाना ठीक नहीं है. बीजेपी ने इसका कभी विरोध नहीं किया है. बहुत सोच समझकर निर्णय लेना होता है, उचित समय पर हम बताएंगे''


दरअसल, नवंबर की अलग-अलग तारीखों पर छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव है. पांचों राज्यों में वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी. 






राहुल गांधी ने क्या कहा था?
हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई थी. मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि बिहार में हुए जातिगत सर्वे की तरह हम भी कांग्रेस शासित राज्य में इस ओर बढ़ेंगे. हम देश में जातिगत जनगणना की मांग करते हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए काम नहीं कर रहे हैं.


छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ऐलान कर चुकी है कि वो जातिगत सर्वे कराएगी. 


अखिलेश यादव क्या बोले?
मध्य प्रदेश के चंदला में शुक्रवार को ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "हमे जातिवादी कह रहे हैं, समाजवादी लोग कभी जातिवादी नहीं हो सकते. समाजवादी लोग तो हर वर्ग के लोगों को साथ जोड़कर चलने का काम करते हैं. अगर कोई पलटी मार रहा है अपने सिद्धांतों से तो वो दूसरे दल हैं. हमारी पार्टी का मानना है कि जब कभी भी हम सरकार में आएंगे या हमारे सहयोग से सरकार बनेगी तो सबसे पहले जातियों की गिनती कराएंगे."


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