Amit Shah On Emergency: आपातकाल को संविधान बदलने की कोशिश बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है. साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस का लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे.''
उन्होंने आगे कहा, ''इस दौरान उन्होंने मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे. आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं.''
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने आपातकाल को लोकतंत्र पर लगा काला धब्बा करार देते हुए सोमवार को कहा कि इसकी 50वीं बरसी के मौके पर देशवासी यह संकल्प लें कि भारत में फिर कभी कोई ऐसा कदम उठाने की हिम्मत नहीं करेगा.
21 महीने लगा था आपातकाल
देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लागू था. तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा की थी.
इनपुट भाषा से भी.
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