नई दिल्लीः 11,500 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों में फंसे हीरा कारोबारी नीरव मोदी का नाम एक तस्वीर के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जोड़ने की कोशिश हो रही है. अब इस पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का बयान आया है. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ आरोपी नीरव की तस्वीर पर अमित शाह ने कहा कि साथ में तस्वीर होने से आरोप साबित नहीं होता, घोटाले को लेकर मोदी सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है.


नीरव मोदी की एक तस्वीर जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है इसको लेकर विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाया था. ये तस्वीर स्विटजरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान ली गई थी. अमित शाह ने विरोधियों को जवाब देते हुए ये भी कहा कि सार्वजनिक आयोजन में साथ में फोटो होने को मुद्दा बनाना गलत है, इस तरह की तस्वीर को मुद्दा बनाना ओछी बात है.



अमित शाह ने कहा, ‘नीरव मोदी की दावोस वाली तस्वीर का कोई मतलब नहीं है, अगर आप लोग मेरे साथ बैठे हैं और हमारी तस्वीर ले ली जाती है और अगर कोई कुछ करता है तो क्या मैं उससे जुड़ जाऊंगा?’ पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था, ‘दावोस की एक तस्वीर में प्रधानमंत्री के साथ दिखने से कारोबारी को देश से भागने में मदद मिली’

शाह ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा, ‘‘यह किस तरह की बात है? सार्वजनिक जीवन में किसी समारोह में अगर कोई बैठता है, इस तस्वीर का मुद्दा बनाया जाता है, यह ओछी राजनीति है’ उन्होंने कहा, ‘फोटो के आधार पर प्रधानमंत्री से निकटता के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है’. शाह ने कहा कि सरकार ने बैंक धोखाधड़ी मामले में ‘कड़ी कार्रवाई’ की है. उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी का पता चलने के तीन दिन के भीतर पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई और जांच जारी है.

कौन है नीरव मोदी
नीरव मोदी पीएनबी घोटाले में मुख्य आरोपी है. 11,500 करोड़ रुपये के इस बड़े घोटाले के सामने आने के बाद नीरव मोदी की कई संपत्तियों पर ईडी और सीबीआई के छापे पड़ चुके हैं. हालांकि पीएनबी घोटाला सामने आने से पहले ही नीरव मोदी जनवरी में देश छोड़कर भाग चुका था. कल ही इस मामले पर नीरव मोदी ने कहा कि पीएनबी के जल्दबाजी में मामले को सार्वजनिक करने की वजह से अब उसके लिए पीएनबी का बकाया चुकाना संभव नहीं है.


मेहुल चोकसी का भी नाम
घोटाले में गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चोकसी का भी नाम शामिल है और इन पर भी वही आरोप हैं कि पीएनबी के लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के आधार पर इन्होंने बैंक से कर्ज लिया. वहीं पीएनबी के एलओयू के आधार पर एक्सिस बैंक और इलाहाबाद बैंक की विदेश की शाखाओं से भी कर्ज लिए और उन्हें बिना चुकाए विदेश चले गए.