Amit Shah In Raipur: केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (24 अगस्त) को छत्तीसगढ़ के रायपुर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया. उन्होंने नक्सलवाद पर हमला करते हुए कहा कि अब वामपंथी समस्या पर आखिरी वार करने का समय आ गया है. अमित शाह ने ये भी दावा किया कि 2026 तक नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा.


रायपुर में अमित शाह ने कहा, "भारत सरकार वामपंथी उग्रवाद की जगह विकास पर ध्यान दे रही है. नक्सल प्रभावित राज्यों के लिए प्रगति की राह में जो भी बाधा है उनको दूर करने के लिए एक बैठक की है. अब समय आ गया है वामपंथी समस्या पर अंतिम प्रहार किया जाए. आज की बैठक में सभी सीएपीएफ के डीजी और आला अधिकारी मौजूद थे. वामपंथी उग्रवाद सबसे बड़ा चैलेंज है. इस समस्या के कारण कुल 17000 लोगों की जान गई है."


'पीएम मोदी ने नक्सलवाद को एक चुनौती के रूप में लिया'


उन्होंने आगे कहा, "जबसे पीएम मोदी के नेत्रत्व में सरकार बनी है, इस समस्या को चैलेंज के रूप में स्वीकार किया गया. विकास पर ध्यान दिया गया. इसपर मोदी सरकार ने काम किया. बहुत अच्छा डेवलपमेंट हुआ है. बस्तर से बीजापुर, धमतरी तक विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. 2014 से 2024 के बीच में सबसे कम नक्सल मौतें हुई हैं. 2004 से 14 तक और उसके बाद से अब में 53 फीसदी घटनाओं में कमी आई. सुरक्षा बलों की मृत्यु में 73 फीसदी और आम लोगो की मौत में 69 फीसदी की कमी आई है. 100 नए थाने बनाए गए."


बीजेपी के दिग्गज नेता ने बताया, "बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और कमोवेश महाराष्ट्र नक्सल से मुक्त हुए हैं. ये भारत सरकार का बहुत बड़ा अचीवमेंट है. 53 फीसदी नक्सल घटना में कमी आई, 70 फीसदी तक नक्सल हमले की वजह से मौत कम हुईं. 559 को गिरफ्तार किया गया, 546 लोगों ने आत्म समर्पण किया. चार दशकों के बाद सुकमा के 6 गांव में लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया. 2014 से अब तक 273 नए सिक्योरिटी कैंप बने. पिछले एक साल में गृह मंत्रालय की एयर विंग को मजबूत किया गया है हेलीकाप्टर और एयरप्लेन मुहैया करवाया गया है."


'मोदी सरकार ने नक्सलियों को हथियार छोड़ने पर किया मजबूर'


गृह मंत्री ने आंकड़े पेश करते हुए कहा, "नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जो इंफ्रास्ट्रक्चर के रास्ते में जो बधाएं हैं, उनको दूर करने के लिए ये मीटिंग बुलाई गयी थी. अब समय आ गया है की नक्सलवाद वामपंथ उग्रवाद के आतंक को खत्म किया जाए. इसकी वजह से करीब करीब 17000 लोगो की जान गई. इसमें जवानों के अलावा आम लोग भी शामिल हैं."


अमित शाह ने कहा, "जबसे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तबसे इस समस्या को चैलेंज की तरह लिया गया. नक्सलियों के हथियार छुड़ाए गए और उनको व्यस्त करने की व्यवस्था किये जाने पर ध्यान दिया गयाृ. 2014 से 2024 तक सबसे काम नक्सली घटना दर्ज की गई. इसकी विचारधारा की जगह लोगों के अंदर विकास का विश्वास पैदा करने की कोशिश की गई."


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