लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व और विकास मॉडल को जनता के बीच ले जाने की बीजेपी ने पूरी तैयारी की है. इसी मॉडल को स्थापित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यूपी के मिर्जापुर का दौरा करने पहुंचे हैं.
मिर्जापुर देश और दुनिया में मां विंध्यवासिनी के विंध्याचल धाम के लिए जाना जाता है. इसी विंध्याचल धाम में विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट के शिलान्यास और विंध्य पहाड़ियों पर रोपवे के लोकार्पण के लिए अमित शाह मिर्जापुर पहुंचे हैं.
अमित शाह 331 करोड़ के विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट का किया शिलान्यास
जानकारी के मुताबिक, अमित शाह दोपहर 2.30 बजे मिर्जापुर पहुंचे. सबसे पहले वो माँ विंध्यवासिनी के दर्शन पूजन किया. इसके बाद 331 करोड़ के विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया. विंध्यवासिनी मंदिर के पास ही विंध्य पर्वत श्रृंखला पर स्थित अष्टभुजी और कालिखोर मंदिर तक पहुंचने के लिए 2 रोपवे का उद्घाटन करेंगे.
यूपी के पहले रोपवे प्रोजेक्ट के शुरू होने से माना जा रहा है कि धार्मिक पर्यटन को बड़ा फायदा मिलेगा. विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत विंध्याचल मंदिर के चारों तरफ 50 फुट चौड़ा परिक्रमा मार्ग और 35 फुट चौड़ा अप्रोच मार्ग तैयार किया जाएगा. प्रोजेक्ट पूरा होने पर मंदिर परिसर से गंगा दर्शन भी सम्भव हो सकेगा.
प्रोजेक्ट में मंदिर और गंगा नदी का मेल कराने की कोशिश
यूपी में काशी, अयोध्या और मथुरा के बाद विन्धयाचल का बड़ा नाम है. महिसासुर मर्दिनी माँ विंध्यवासिनी को लेकर मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने जाता है, उसका दर्शन तभी पूरा माना जायेगा जब वो माँ विंध्यवासिनी का दर्शन करेगा. ऐसे में काशी में चल रहे विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट के साथ साथ माँ विंध्यवासिनी के प्रोजेक्ट से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही हिंदुत्व और विकास के एजेंडे को सेट करने के लिए बीजेपी इस काम को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है.
काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर के प्रोजेक्ट में मंदिर और गंगा नदी का मेल कराने की कोशिश की जा रही है. कुछ ऐसी ही कोशिश विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट में भी होगी जब प्रोजेक्ट का काम पूरा होगा और मां विंध्यवासिनी की परिक्रमा करने वाले दर्शनार्थी मां गंगा का भी दर्शन कर पाएंगे. मंदिर से गंगा नदी के घाट की दूरी लगभग डेढ़ सौ से 200 मीटर ही है लेकिन मंदिर के आसपास कई निर्माण होने की वजह से अब तक मंदिर से गंगानगर नहीं आती थी. प्रोजेक्ट पूरा होने पर श्रद्धालु मंदिर परिसर में रहकर गंगा दर्शन भी कर पाएंगे.
मंत्रोच्चार करके भूमि पूजन किया जाएगा
अमित शाह के दौरे में शिला पूजन कराने के लिए काशी से बाबा विश्वनाथ के मुख्य पुहरी श्रीकांत मिश्रा जी महाराज को मिर्जापुर बुलाए गए थे. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में श्रीकांत जी महाराज ने बताया कि, शिला पूजन में 5 ईंट रखकर भूमि पूजन होता है. ये 5 ईंट जया, रिक्ता, नंदा, पूर्णा और भद्रा के नाम की प्रतीक होती हैं. एक गड्ढा बनाकर ये 5 ईंटें रखकर पूजा की जाएगी. मंत्रोच्चार करके भूमि पूजन किया जाएगा.
यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपने हिंदुत्व के एजेंडे को स्थापित करने की पुरजोर कोशिश में लगी है. वर्तमान में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम, काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम और अब मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी के विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्टर काम करके बीजेपी लोगों को यह बताने की कोशिश करेगी कि वह अध्यात्म, धर्म और विकास का मेल करा कर आगे बढ़ रही है.
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