Bihar Politics: नीतीश कुमार के दावों को अमित शाह ने किया खारिज, कैबिनेट में आरसीपी सिंह को शामिल किए जाने पर कही ये बात
Bihar Politics: सूत्रों के अनुसार तत्कालीन जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह चूंकि मंत्रिमंडल में शामिल होना चाहते थे, इसलिए नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से कहा था कि उन्हें शामिल किया जा सकता है.
Amit Shah On Nitish Kumar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बगैर उनकी मंजूरी के आरसीपी सिंह( RCP Singh) को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. बिहार बीजेपी इकाई के प्रमुख नेताओं के साथ मंगलवार को हुई एक बैठक में शाह ने कहा कि पिछले साल जुलाई महीने में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में विस्तार से पहले जेडीयू (JDU) के प्रतिनिधित्व के सिलसिले में उनकी सीएम नीतीश कुमार से बात हुई थी.
सूत्रों के मुताबिक तत्कालीन जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह चूंकि मंत्रिमंडल में शामिल होना चाहते थे, इसलिए नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से कहा था कि उन्हें शामिल किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने बैठक के दौरान पार्टी नेताओं को बताया कि सीएम नीतीश कुमार चाहते थे कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी के दो नेताओं को शामिल किया जाए लेकिन पार्टी के एक ही नेता को इसमें जगह दिए जाने की बात पर उन्होंने सिंह को शामिल किया जाने का समर्थन किया था.
सीएम नीतीश कुमार ने क्या कहा?
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया था कि आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल जाने को लेकर उनकी मंजूरी नहीं थी. केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिक सीटें मांगे जाने पर बीजेपी ने उस वक्त जेडीयू से कहा था कि वह सिर्फ एक ही मंत्री पद दे सकती है क्योंकि शिव सेना को भी एक ही मंत्री पद दिया गया है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में शिव सेना ने जेडीयू से अधिक सीटें जीती थी. बता दें कि वर्ष 2020 में शिव सेना (Shiv Sena) ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था जबकि जेडीयू ने पिछले दिनों एनडीए से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से हाथ मिला लिया था और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई थी.
बीजेपी का लोकसभा चुनाव के लिए टारगेट
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी की बिहार इकाई के नेताओं को महागठबंधन सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार करने को कहा है और अगले लोकसभा चुनाव में राज्य की 40 में से कम से कम 35 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है.
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