Home Minister Amit Shah: देश के गृहमंत्री अमित शाह ने एक टीवी कार्यक्रम में कांग्रेस के शासन के दौरान अपने ऊपर किए गए टार्चर का जिक्र किया. उन्होंने कहा, जब वह गुजरात के गृहमंत्री थे उन दिनों देश में कांग्रेस केंद्र की सत्ता में थी और सीबीआई ने उसके इशारे पर उनके खिलाफ केस दर्ज करके उनको बहुत टॉर्चर किया था.
अमित शाह ने कहा, उनके गृहमंत्री रहते हुए राज्य में एक मुठभेड़ हो गई थी और कांग्रेस के इशारे पर सीबीआई उन पर पूछताछ के दौरान पीएम मोदी का नाम लेने का दबाव डाल रही थी. उन्होंने कह, 90 प्रतिशत सवालों में यही था कि काहे परेशान हो रहे हो मोदी का नाम ले लो, और हम आपको छोड़ देंगे.
'यही चिंदबरम देश के गृहमंत्री थे'
अमित शाह ने आगे कहा, मेरे ऊपर कोई भ्रष्टाचार का केस नहीं था, मेरे ऊपर कोई बदजुबानी का केस नहीं था. मेरे ऊपर तो राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की गई थी. उन्होंने कहा, उस समय यही सोनिया गांधी के नेतृत्व में यूपीए सरकार चल रही थी, यही चिदंबरम देश के गृहमंत्री थे, यही मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे. तब इन लोगों ने कोई विरोध नहीं किया.
'मुझे अदालत ने न्याय दिया'
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मुझे इस देश की अदालत ने न्याय दिया था. उन्होंने कहा, मुंबई की कोर्ट ने कहा कि सीबीआई ने राजनीतिक इशारों पर मुझ पर यह केस किया था. इसलिए हम अमित शाह पर लगे आरोपों को खारिज करते हैं.
यह कैसा अहंकार है?
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, राहुल गांधी को और कांग्रेस को प्रदर्शन करने की बजाए अदालत में दोषी ठहराए जाने के खिलाफ ऊपरी अदालत में जाना चाहिए लेकिन वह इसके लिए पीएम मोदी पर आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मैंने अपनी सजा पर रोक लगाने की अपील नहीं की और पूछा कि आखिर यह किस तरह का अहंकार है. आप अदालत से कहते हैं कि आपको अदालत की माफी नहीं चाहिए और आप अदालत के सामने भी नहीं जाएंगे.