Amarnath Yatra: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की जिसमें अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने खुफिया और सुरक्षा प्रमुखों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अमरनाथ यात्रा के लिए जितने भी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की जरूरत हो उन्हें यात्रा के दौरान तैनात किया जाए. साथ ही ऐसी सुविधाएं दीजिए जिनसे यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े. यह बैठक दो चरणों में चली


बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव और केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. गृहमंत्री ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाओं को लेकर भी एक लम्बी बैठक की. इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव और सूचना ब्यूरो के निदेशक, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल भी शामिल हुए.


सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को किया आगाह


सुरक्षा बैठक के दौरान अमरनाथ यात्रा पर होने वाले संभावित खतरों और अभी तक खुफिया एजेंसियों के सामने आए इंपोर्ट पर भी समीक्षा की गई. बैठक में इस बात पर भी गौर किया गया कि आतंकवादी घुसपैठ के लिए सुरंग का भी सहारा ले सकते हैं. बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री ने साफ तौर पर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को आगाह किया कि वे हर संभावित खतरे से निपटने की योजना बनाएं साथ ही अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित चलाने के लिए जितनी भी केंद्रीय फोर्स की जरूरत हो उसे मंगा लिया जाए.


यात्रियों को किसी तरह की समस्या न हो

 

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में आने वाले यात्रियों का दर्शन सुगम हों और उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, ये मोदी सरकार की प्राथमिकता है. शाह ने अमरनाथ यात्रियों के आवागमन, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य समेत सभी आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद ये पहली यात्रा है और अत्यधिक ऊंचाई के कारण अगर लोगों को किसी तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या हो तो उसके लिए पर्याप्त इंतज़ाम होने चाहिए.

 

सूचना प्रसार के लिए मोबाइल टावर बढ़ाये जाए

 

गृह मंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग में बेहतर संचार और किसी भी सूचना के प्रसार के लिए मोबाइल टावर बढ़ाये जाए, साथ ही भूस्खलन होने की स्थिति में मार्ग तुरंत खोलने के लिए मशीने तैनात की जाएं. अमित शाह ने पर्याप्त संख्या में ऑक्सीज़न सिलेंडर सुनिश्चित करने के साथ ही 6000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर पर्याप्त चिकित्सा बेड और किसी भी आपात चिकित्सा स्थिति से निपटने के लिए एम्ब्युलेन्स तथा हेलीकॉप्टर तैनात करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए अमरनाथ यात्रा के दौरान हर तरह की परिवाहन सेवाएं बढ़ाई जाए. 

हर अमरनाथ यात्री को एक RIFD कार्ड दिया जाएगा


बैठक में जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने कहा कि पहली बार हर अमरनाथ यात्री को एक RIFD कार्ड दिया जाएगा और पाँच लाख रुपये का बीमा करवाया जाएगा. इस कार्ड के सहारे यात्री की गाड़ियां या यात्री कहां है इसकी जानकारी मिल सकेगी. यात्रा के लिए टेंट सिटी, यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट और समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही बाबा बर्फानी के ऑनलाइन लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और बेस कैंप में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.




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