सिंगरौली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पार्टी झूठी घोषणाओं और वादों की एक ऐसी एटीएम मशीन है जिसमें किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकलता है. शाह ने सिंगरोली जिले के वैढ़न स्थित रामलीला मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, "चुनाव आते हैं तो कांग्रेस पार्टी अलग-अलग वादे करती है. घोषणापत्र जारी करती हैं पर अमल करने का भाग्य (मौका) नहीं मिलता. उसे अमल तो बीजेपी को ही करना है."


शाह ने कहा, "इसके विपरीत बीजेपी विकास का एटीएम है. कोई भी समस्या डालो, विकास व समाधान का रास्ता निकलता है." बीजेपी प्रत्याशियों के लिए मतदाताओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा, "कांग्रेस का न नेता तय है और न ही नीति तय है. अब आपको सोचना है कि प्रदेश और देश में किसकी सरकार बनानी है."


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के जरिए सीएम का चेहरा घोषित न करने पर तंज कसते हुए शाह ने कहा, "राहुल गांधी, कमलनाथ (मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) और दिग्विजय सिंह (दिग्गज कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री) प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने की बात कर रहे हैं लेकिन अब तक उनका नेता तय नहीं है."


दिग्विजय सिंह की 10 साल की कांग्रेस सरकार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "साल 1993 से साल 2003 तक जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब मध्य प्रदेश की पहचान एक बीमारू राज्य के रूप में थी. प्रदेश में गरीबी थी और बिजली, पानी, सड़क एवं स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हो गई थीं."


बीमारू से विकसित राज्य बनाने का श्रेय शिवराज सिंह चौहान को जाते है: अमित शाह
शाह ने कहा कि तब कांग्रेस के समय मध्य प्रदेश का बजट मात्र 21,600 करोड़ रुपये था. बजट और संसाधनों से विहीन ऐसे बीमारू राज्य को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने न केवल विकसित राज्य बनाया बल्कि प्रदेश का बजट 1.85 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया." उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शिवराज की सरकारों के जरिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का जिक्र भी किया, जिनमें आयुष्मान भारत योजना एवं बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में चलाई गई अन्य योजनाएं शामिल हैं.


देश की सुरक्षा पर बोलते हुए शाह ने कहा, "जब देश में बीजेपी की सरकार आई, उस दौरान 12 सैनिकों की हत्या कर दी गई. तब मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक चलाकर पाकिस्तान से बदला लेने का काम किया. उसके बाद भारत सैनिकों की हत्या का बदला लेने वाले अमेरिका और इजराइल की सूची में जुड़ गया." उन्होंने कहा, "देश की सुरक्षा कांग्रेस की सरकार में चाक-चौबंद कभी नहीं थी."


शाह ने कहा, "घुसपैठिये भारत आते रहे. लेकिन कांग्रेस सरकार चुप रही क्योंकि वह इनका वोट बैंक था. मोदी सरकार एन आर सी लेकर लाई. इसमें घुसपैठियों की लिस्ट तैयार की गई, ताकि उन्हें बाहर निकाला जा सके. लेकिन कांग्रेसी फड़फड़ाने लगे और मानवाधिकार का हवाला देने लगे. घुसपैठियों का दर्द इन्हें दिखता है, लेकिन भारत का गरीब इन्हें नहीं दिखता." उन्होंने कहा, "एक बार 2018 में शिवराज जी की सरकार व 2019 में केंद्र में मोदी जी की सरकार बना दीजिए.


कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक ढूंढ़-ढूंढ़कर घुसपैठियों को निकालेंगे. हमारे लिए घुसपैठिए वोट बैंक का मुद्दा नहीं हैं. हमारे लिए देश की सुरक्षा प्रमुख मुद्दा है." साल 2014 के बाद 19 राज्यों में बीजेपी की सरकारें बनने की जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि आजकल राहुल गांधी मध्य प्रदेश में इधर-उधर घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रदेश में उनकी सरकार बनेगी. आज राहुल बाबा एवं कांग्रेस पार्टी को दूरबीन लेकर अपने कांग्रेसी राज्य ढूंढ़ने पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 15 वर्ष के कार्यकाल में शिवराज ने मध्य प्रदेश को बीमारू से विकसित राज्य बनाने का काम किया. कांग्रेस के समय कोई निवेशक मध्य प्रदेश में नहीं आता था. अब निवेशकों की कतार लग गई है.


शाह ने कहा कि कांग्रेस के समय मध्य प्रदेश में 18 प्रतिशत दर पर किसानों को ऋण दिया जाता था, जिसे घटाकर शिवराज सरकार ने जीरो कर दिया.