नई दिल्ली: देश भर में आज से कोरोना वैक्सीन की शुरूआत की गई है. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने अमित शाह ने कहा कि कोरोना के खिलाफ दुनिया में सबसे सफल जंग भारत में लड़ी गई. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. हालांकि कोरोना वैक्सीन को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. विपक्ष का कहना है कि बड़े मंत्रियों ने वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई.


वहीं गृह मंत्री ने कहा कि, हम एक साल से ज्यादा समय से कोरोना के खिलाफ लड़ रहे हैं. इस महामारी से बहुत से लोगों की जान गई.





एम्स निदेशक ने लगवाया टीका


गौरतलब है कि, कोरोना वायरस के खात्मे के लिए देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज देश में कोरोना वायरस को हराने के लिए कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. वहीं टीकाकरण के इस अभियान में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना की वैक्सीन ली. देश में कोरोना वायरस का पहला टीका एम्स, दिल्ली के सफाई कर्मचारी मनीष कुमार को लगाया गया है. वहीं इसके बाद एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना वायरस का टीका लगवाया है.


दूसरे देशों को निर्यात की जाएगी वैक्सीन


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा कि, हम लोगों के लिए खुशी की बात है कि वैक्सीनेशन का कार्य आज से शुरू हो गया है. हमने दो स्वदेशी वैक्सीन बना ली हैं और 4 वैक्सीन और आने वाली हैं. ये वैक्सीन केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाई जाएंगी बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी जल्दी ही निर्यात की जाएंगी.





वैक्सीन लेने वाले का स्वागत करें


वहीं दूसरी तरफ, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देशभर में जगह-जगह वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. मेरी सबसे गुजारिश है कि जिनका सूची में नाम नहीं है वे वैक्सीनेशन रूम में न जाएं. वैक्सीनेशन के बाद बाहर आने पर जैसे हमने गुलाब का फूल दिया वैसा एक फूल देकर वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति का स्वागत करें.


ये भी पढ़ें.


कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पूछा- सरकार के बड़े मंत्रियों ने क्यों नहीं लगवाई वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री ने दिया ये जवाब