नई दिल्लीः गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि मोदी ने दुनिया को एहसास कराया कि भारत अपनी सीमा में घुसपैठ करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगा और दंडित करेगा.


वर्चुअल माध्यम से बीजेपी की ओडिशा जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि दुनिया को यह एहसास कराया गया कि भारत की सीमा में अतिक्रमण करना बच्चों का खेल नहीं है. शाह का कहना है कि भारत की सीमा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे दंडित किया जायेगा.


शाह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध को दूर करने के लिये दोनों देश सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं. शाह ने हालांकि अपनी टिप्पणी में इस मुद्दे का सीधा कोई उल्लेख नहीं किया. गृह मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि पहले भारत की सीमाओं का उल्लंघन होता था, सैनिकों के सिर काट लिये जाते थे और तब दिल्ली का दरबार चुप रह जाता था.


उन्होंने कहा कि 'हमारे वक्त में भी उरी और पुलवामा में हमला हुआ. जैसे ही ये हमले हुए नरेंद्र मोदी ने देरी नहीं करते हुए एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक कर जवाब दिया.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की सीमा पर किसी भी घुसपैठ का जवाब दिया जायेगा. कुछ लोग कहते थे कि अमेरिका, इस्राइल ही ऐसे देश हैं जो अपने सैनिकों के खून के हर कतरे का बदला लेने में सक्षम हैं. मोदी जी ने इस सूची में भारत का नाम शामिल किया है. मोदी सरकार भारत की सम्प्रभुता की सुरक्षा को प्रतिबद्ध हैं.





उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में गृह मंत्री अमित शाह पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए ट्वीट किया था कि सबको मालूम है सीमा की हकीकत, लेकिन दिल बहलाने को 'शाह-यद' ये खयाल अच्छा है .


इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल माध्यम से महाराष्ट्र जनसंवाद रैली में कहा कि मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है. राहुल गांधी जी को कहना चाहूंगा कि ‘हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै.


यह भी पढ़ेंः


पंजाब: स्वर्ण मंदिर में प्रबंधन ने लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर श्रद्धालुओं को खिलाया लंगर


दिल्ली: सरकारी रिपोर्ट में जताई गई आशंका- राजधानी में जून के आखिर तक होंगे कोरोना के एक लाख मामले