नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय असम दौरे के दूसरे दिन ऐतिहासिक बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (BTR) समझौते की पहली वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. असम के कोकराझार में आयोजित किए गए कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, वित्तमंत्री डॉ. हेमंत बिस्व शर्मा, बीटीआर के प्रमुख और अन्य नेता मौजूद रहे. बोडोलैंड टेरिटेरियल रीजन के कार्यक्रम का महत्व इसलिए भी बढ जाता है कि क्योंकि अमित शाह की पहल पर ही ये शांति समझौता हुआ था.


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि आज से ठीक एक साल पहले देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बोडो टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) शांति समझौता हुआ. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्देश था कि उत्तर पूर्व में जहां भी अशांति है, उन लोगो के साथ बैठकर उनसे बात की जाए और इस मसले को हल किया जाए. गृहमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में बीटीआर क्षेत्र के समझौते को 1 वर्ष पूरा हुआ है और शांति के नए युग की शुरुआत हुई है.


अमित शाह ने कहा कि सालों से चली आ रही बोडो क्षेत्र की समस्या जिसमें 5000 से ज्यादा लोगों की जान गई, पीएम मोदी के दृढ़निश्चय और मार्गदर्शन से इस क्षेत्र की समस्या का अंत हुआ और क्षेत्र विकास के रास्ते पर आगे चल पड़ा है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाने आया हूं कि बोडो क्षेत्र जो कभी रक्तरंजित हुआ करता था, हथियार उठाने और अपहरण करने वाले लोग थे, वह कुछ ही सालों में सबसे विकसित क्षेत्र होने वाला है.


बोडो और नॉन-बोडो दोनों उपस्थित


शाह ने कहा कि आज एक ही रैली में बोडो और नॉन-बोडो दोनों उपस्थित हैं. इससे यह संदेश निकलता है कि बोडो और नॉन-बोडो दोनों धरती के पुत्र हैं, भारत के पुत्र हैं और दोनों मिलकर शांति के लिए प्रयास कर रहे हैं. गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ऐतिहासिक समझौता हुआ था, जिसमें मौखिक और लिखित हुए वादों को भारत सरकार पूरा कर आपके विश्वास पर खरा उतरेगी. शाह ने कहा कि इस समझौते के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और हेमंत बिस्‍व शर्मा के प्रयास सराहनीय रहे.


अशांति को समाप्त करने की शुरुआत


केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर में अशांति को समाप्त करने की शुरुआत की और उसकी शुरुआत बोडो शांति समझौते से हुई. इसके बाद ब्रू-रियांग समझौता किया गया. आज हिंसा का युग समाप्त हो रहा है और शांति का युग शुरू हो रहा है. शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए को उखाड़ फेंकने का काम किया है और अभी हुए हाल के पंचायत चुनाव में पुलिस को एक भी गोली नहीं चलानी पड़ी और शांतिपूर्ण मतदान हुआ.


केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि असम में समुचित विकास के माध्यम से टूरिज्म भी आएगा और राज्य का विकास होने के साथ-साथ पूरे नॉर्थईस्ट का विकास होगा. उनका कहना था कि असम की सरकार के पीछे केंद्र सरकार चट्टान की तरह खड़ी है, आप आगे बढ़ते रहिए. असम को भ्रष्‍टाचार, घुसपैठिए, आतंकवाद और प्रदूषण मुक्त बनाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ही कर सकती है.


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