शाह ने भाजपा मुख्यालय में कहा, ‘जहां तक तेल के दाम का विषय है, सरकार इसको लेकर काफी गंभीर है. कल पेट्रोलियम मंत्री की सभी तेल कंपनियों के साथ बैठक हो रही है.’ उन्होंने कहा कि एक फार्मूले के तहत तेल के दाम बढ़े हैं और इस विषय पर क्या विचार करना है, इस पर सरकार के उच्चतम स्तर पर विचार हो रहा है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘अगले 2-3-4 दिनों में कोई न कोई फार्मूला या समाधान ढूंढने के लिये सरकार में बैठे कार्यकर्ता निश्चित तौर पर प्रयास करेंगे .' पेट्रोलियम मंत्री ने यह बात बताई है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जहां सरकार लगातार आलोचना झेल रही है वहीं अब तेल कंपनियों को भी इस मामले में आगे आकर सफाई देनी पड़ रही है. आज इंडियन ऑयल कॉर्पोरशन की प्रेस कांफ्रेंस में चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि कर्नाटक चुनावों के समय के दौरान 19 दिनों तक तेल का दाम नहीं बढ़ने पर सरकार की ओर से दाम नहीं बढ़ाने का कोई निर्देश नहीं था. ये फैसला तेल कंपनियों ने खुद लिया था. पहले भी तेल कंपनियां लगातार दाम बढ़ा रही थीं और दाम में इजाफे को रोकने का फैसला खुद कंपनियों का था.
पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत के लिये इसी हफ्ते कदम उठा सकती है सरकार
सरकार ने हमें हर दिन के आधार पर पेट्रोल-डीजल कीमतों में बदलाव करने की आजादी दी है और ईंधन कीमतें बढ़ाने पर फैसला कंपनियां खुद करती हैं. हम मानते हैं कि सभी पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के अंदर आना चाहिए
संजीव सिंह ने इस साल के वित्तीय आंकड़े भी दिए और कहा कि कम्पनी को 2017-18 में टैक्स चुकाने के बाद 21,346 करोड़ का लाभ हुआ है जबकि साल 2016 -17 में कंपनी को 19,106 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
वहीं पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और राज्य सरकारें वैट घटाएं ताकि आम जनता को राहत मिल सके.
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पेट्रोल-डीजल पर तत्काल एक्साइज ड्यूटी घटाएं 'महाराजा मोदी' : कांग्रेस