NCORD Meeting: 'भारत में नहीं आने देंगे एक भी ग्राम ड्रग्स', बोले अमित शाह, जारी की नारकोटिक्स हेल्पलाइन
Amit Shah: गुरुवार को अमित शाह ने नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य भारत की युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों के सेवन से बचाना है.
Narco-Coordination Center: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार (18 जुलाई, 2024) को NCORD (नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर) की 7वीं शीर्षस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस (MANAS) की शुरुआत की. हेल्पलाइन (Helpline) की शुरुआत करने के बाद अमित शाह ने कहा, मादक पदार्थों (narcotics) के सेवन के खिलाफ लड़ाई महत्वपूर्ण है और इसे पूरी गंभीरता से लिया जाना चाहिए.
अमित शाह बोले कि ये लड़ाई भारत सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है. उन्होंने कहा, 'नशा मुक्त भारत का पीएम मोदी का संकल्प इस लड़ाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है. ये चुनौती होने के साथ ही हमारे लिए एक अवसर भी है और दृढ़ संकल्प के साथ इस लड़ाई को जीता जा सकता है.
जोनल कार्यालय का किया उद्घाटन
गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर (Srinagar) में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल कार्यालय का भी वर्चुअल उद्घाटन किया और NCB की ‘वार्षिक रिपोर्ट 2023’ भी जारी की. शाह ने कहा, पहले हमारी एजेंसियों का सूत्र 'Need To Know' होता था लेकिन अब हमें 'Duty To Share' की ओर अग्रसर होना है. शाह ने सभी एजेंसियों से भी आग्रह किया कि वो इस बड़े बदलाव को अपनाएं.
क्या था बैठक का लक्ष्य?
NCORD (नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर) की 7वीं शीर्षस्तरीय बैठक का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के समन्वय से देश में मादक पदार्थों की तस्करी और इनके गलत इस्तेमाल पर नियंत्रण करना है. शाह ने कहा कि जल्द ही केंद्र सरकार नारकोटिक्स टेस्ट के लिए सस्ती किट उपलब्ध कराएगी ताकि केस दर्ज करने में आसानी हो सके.
क्या है पीएम मोदी का टारगेट
गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान पीएम मोदी का लक्ष्य भी बताया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि 2047 तक देश को हर क्षेत्र में सर्वप्रथम बनाया जाए और उसके लिए युवा पीढ़ी को ड्रग्स के अभिशाप से दूर रखना बेहद अहम है. उन्होंने कहा, 'अब ड्रग्स का पूरा बिजनेस नार्को टेरर के साथ जुड़ गया है, ड्रग्स की कमाई से आने वाला पैसा देश की सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बन गया है. सभी एजेंसियों का लक्ष्य सिर्फ ड्रग्स का उपयोग करने वालों को पकड़ने का नहीं बल्कि इसके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का होना चाहिए. हम भारत में एक भी ग्राम ड्रग्स न कहीं से आने देंगे और न ही भारत की सीमाओं को ड्रग्स के व्यापार के लिए किसी भी प्रकार से इस्तेमाल होने देंगे.'