लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अपनी सरकार की उपलब्धि की तरह पेश करते हुए दावा किया कि अयोध्या में तीन महीने के अंदर 'आसमान छूता हुआ मंदिर' का निर्माण शुरू हो जाएगा.


उन्होंने कहा, ''आक्रमणकारियों ने 500 साल पहले भगवान राम का मंदिर तोड़ दिया. उसके बाद लाखों लोग आंदोलित हुए, कई ने शहादत दी. मगर कांग्रेस ने अपनी सरकार रहते श्रीराम का मंदिर नहीं बनने दिया.'' अमित शाह ने आगे कहा, ''तीन महीने में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा.''






अमित शाह लखनऊ के बंग्लाबाजार स्थित कथा पार्क में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे. ये सभा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के पक्ष में बुलाई गई थी. गृह मंत्री ने कहा, ''देश में सीएए के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं. सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है ... मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, सीएए वापस नहीं होने वाला है.''


उन्होंने दावा किया, 'बंटवारे के वक्त पूर्वी पाकिस्तान में 30 प्रतिशत और पश्चिमी पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हिन्दू, सिख बौद्ध और जैन थे मगर अब वहां अब वे सिर्फ सात और तीन प्रतिशत ही रह गये हैं. बाकी कहां गये? वे या तो मार दिये गये या उनका धर्म परिवर्तन किया... या फिर भारत आकर शरण ली. इन आंखों के अंधों को दिखायी नहीं दिया कि करोड़ों लोगों पर अत्याचार हुआ.'


अमित शाह ने सीएए और अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा, ''इन सारी चीजों में राहुल, अखिलेश, मायावती और ममता की भाषा और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की भाषा एक ही है. मुझे समझ नहीं आता है कि आखिर इन लोगों का इमरान खान से क्या सम्बन्ध है.''


जिसे विरोध करना हो करे मगर सीएए वापस नहीं होने वाला- अमित शाह