(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Amit Shah Slams TMC: मई में फिर बंगाल जा सकते हैं अमित शाह, इस साल होंगे त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव
Amit Shah : गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय राजकीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव और इस साल होने वाले बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत में तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा.
Bengal News : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मई में फिर से पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं. सूत्रों ने शनिवार (15 अप्रैल) को यह जानकारी दी. संभावना है कि 9 मई को गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती के दिन अमित शाह पश्चिम बंगाल आ सकते है.
बीजेपी प्रदेश कमेटी के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने मंत्री से बार-बार राज्य का दौरा करने का अनुरोध किया है. जिस पर मंत्री ने 9 मई को फिर से राज्य में आने और टैगोर के जन्मदिन समारोह में शामिल होने की इच्छा जताई थी.
दो दिन के दौरे पर हैं अमित शाह
राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा कि अभी तक कुछ तय नहीं किया गया है. हालांकि ऐसी संभावना है कि अगर केंद्रीय मंत्री अगले महीने फिर से राज्य में आते हैं तो वह टैगोर के जन्मदिन समारोह में भाग लेने के अलावा एक रैली को भी संबोधित कर सकते हैं. वर्तमान में, शाह दो दिवसीय राजकीय दौरे पर हैं और शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी लौटने वाले हैं.
गौरतलब है कि बीरभूम जिले के सूरी में शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि अगर जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 42 में से 35 सीटों का तोहफा दिया तो तृणमूल कांग्रेस सरकार अपने निर्धारित कार्यकाल के खत्म होने से पहले ही गिर जाएगी.
भाषण में अमित शाह ने क्या कहा?
भाषण के दौरान अमित शाह ने तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार पर हमला बोला था. इस दौरान उन्होंने कहा कि घोटालों की घटनाएं, भर्तियों में और हाल ही में राज्य में रामनवमी के जुलूसों में हुई झड़पें दिखाता है कि जनता सरकार से खुश नहीं है. शुक्रवार शाम को कोलकाता वापस आने के बाद गृह मंत्री अमित शाह दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पूजा-अर्चना की, जिसकी स्थापना प्रसिद्ध परोपकारी रानी रश्मोनी ने की थी. इस मंदिर को रामकृष्ण परमहंस और शारदा देवी के साथ जुड़ाव के लिए जानी जाती है.
उसी रात अमित शाह राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और मंत्रीयों से अनुरोध किया गया कि वे राज्य का अधिक से अधिक दौरा करें. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान शाह ने यह भी कहा था कि पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन में साफ छवि, और पार्टी के प्रति वफादार हो और इसके साथ-साथ स्थानीय लोगों के बीच जाकर उनकी समस्या जाने ऐसा होना चाहिए.