Tripura Elections: जिस दिन वोटों की गिनती होगी उस दिन 12 बजे तक... अमित शाह की चुनावी भविष्यवाणी
Amit Shah ने कहा है कि हमारी सरकार ने सीमावर्ती राज्य में हिंसा खत्म करने और मादक पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने दावा किया राज्य के लोग बीजेपी और पीएम मोदी से खुश हैं.
Amit Shah Prediction On Tripura Election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Elections 2023) को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा है कि त्रिपुरा में निर्वाचन क्षेत्र छोटे हैं और मतगणना के दिन दोपहर 12 बजे से पहले बीजेपी बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी होगी. एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चुनाव में बीजेपी का 'चलो पलटाई' नारा राज्य में सत्ता में आने के लिए नहीं बल्कि त्रिपुरा में स्थिति को बदलने के लिए था.
बता दें कि बीजेपी ने 2018 में 1978 से 35 सालों तक त्रिपुरा पर शासन करने वाली वाम मोर्चा सरकार को हटाकर एक रिकॉर्ड बनाया था. राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा और 2 मार्च को नतीजे आएंगे. बीजेपी 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) बाकी पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
कांग्रेस-माकपा के साथ आने पर शाह
अमित शाह ने कहा, कांग्रेस और माकपा के हाथ मिलाने से पता चलता है कि वे अपने दम पर बीजेपी को हराने की स्थिति में नहीं हैं और पार्टी के लिए यह बहुत अच्छी स्थिति है. शाह ने कहा, "हम अपनी सीटें बढ़ाएंगे और त्रिपुरा में अपना वोट शेयर भी बढ़ाएंगे. कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी एक साथ आए हैं, क्योंकि उन्होंने स्वीकार किया है कि वे अकेले बीजेपी को नहीं हरा सकते. हम राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे."
'त्रिपुरा में कोई हिंसा नहीं है'
शाह ने सीमावर्ती राज्य में हिंसा खत्म करने और मादक पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार के प्रभावी कदमों को भी रेखांकित किया और कहा कि इससे लोगों में अच्छा संदेश गया है. उन्होंने कहा, "त्रिपुरा में कोई हिंसा नहीं है. त्रिपुरा को समृद्ध बनाने का समय आ गया है. डबल इंजन सरकार ने अपने वादों को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए हैं.
'हमने स्थानीय भाषाओं को मजबूत किया'
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों में स्थानीय भाषाओं को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के कलाकारों की भागीदारी के बिना दिल्ली में कोई बड़ा आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होता है. पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर में लोगों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए गए हैं.
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