Amit Shah Srinagar Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार (16 मई) को दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे. इस दौरान वह सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं. गृह मंत्री श्रीनगर के एक होटल पहुंचे, जहां उनका जम्मू-कश्मीर में शेष दो चरणों के चुनाव से पहले स्थानीय बीजेपी नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है.


'यह दौरा राजनीतिक नहीं'


बीजेपी के एक स्थानीय नेता ने कहा कि शाह का कश्मीर दौरा राजनीतिक नहीं है. इससे पहले दिन में, पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के महासचिव सुनील शर्मा ने कहा था, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री कश्मीर आ रहे हैं, लेकिन यह दौरा राजनीतिक नहीं है. लोकसभा चुनाव चल रहा है और 13 मई को हुआ मतदान केंद्र सरकार की नीतियों की एक बड़ी सफलता है, जिसमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करना भी शामिल है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि गृह मंत्री मतदान फीसदी बढ़ाने और शांति का माहौल बनाने के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपायों की समीक्षा करने आ रहे हैं. ये राजनीतिक दौरा नहीं है, लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता उनसे मिलेंगे और पार्टी के संगठनात्मक मामलों पर चर्चा करेंगे.’’


जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का लेंगे जायजा


यह पूछे जाने पर कि क्या जमात-ए-इस्लामी का प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से मिलेगा? इस सवाल के जवाब में सुनील शर्मा ने कहा कि ऐसी कोई बैठक निर्धारित नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की ओर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दिए जाने की संभावना है, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद वार्षिक अमरनाथ यात्रा होगी, जो 29 जून को शुरू होकर 19 अगस्त को समाप्त होगी.


एसटी कैटेगरी में शामिल करने के लिए दिया धन्यवाद


गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले एक समुदाय के प्रतिनिधि ने कहा, "आज हम केवल उन्हें (अमित शाह को) एसटी कैटेगरी में शामिल करने के लिए धन्यवाद देने के लिए यहां आए हैं... गुज्जर, सिख और पहाड़ी प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आए हैं... हम एक परिवार की तरह मिले... जो भी हो गृह मंत्री या बीजेपी जो वादा करती है, वह 100 फीसदी पूरा होता है. सबका साथ, सबका विकास वास्तव में हुआ है."


'गृह मंत्री ने हम पर एहसान किया'


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज गुज्जर बकरवाल, पहाड़ी और सिख प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की. पहाड़ी समुदाय के एक प्रतिनिधि मोहम्मद अकबर खान ने कहा, "उन्होंने (बीजेपी) हमें एसटी श्रेणी में शामिल किया और हम पर एहसान किया और बदले में हम भी उन पर एहसान करेंगे. पहाड़ी लोगों के लिए जो कुछ भी आता था, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी खाती थी. सिख, पहाड़ी, गुज्जर और कश्मीरी समुदाय (अमित शाह) से मिलने आए हैं."


(न्यूज एजेंसी इनपुट)


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