Gujarat Election: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) के मद्देनजर राज्य के दौरे पर हैं. अमित शाह ने रविवार (20 नवंबर) को तापी के निझर गांव और नर्मदा के देदियापाड़ा कस्बे में जनसभा को संबोधित किया. अब 21 नवंबर को गृहमंत्री गुजरात में विजय संकल्प रैलियों को संबोधित करेंगे. सुबह 11 बजे खंभालिया (Dwarka) में, दोपहर 1 बजे कोडिनार (Gir Somnath) में, दोपहर 3 बजे मांगरोल (जूनागढ़) में और शाम 6 बजे भुज (Kachchh) में अमित शाह जनसभा को संबोधित करेंगे.


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार (20 नवंबर) को कांग्रेस पर वोट के लिए आदिवासी समुदाय का शोषण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही देश को अपना पहला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मिला. अमित शाह ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में गरीबी बढ़ी, जबकि पार्टी ने इसे खत्म करने का आह्वान किया था.


'कांग्रेस ने केवल भाषण दिया'


अमित शाह ने आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के देदियापाड़ा में एक चुनावी रैली में कहा, 'कांग्रेस ने केवल भाषण दिया. उसने गरीबी मिटाने का नारा दिया, बल्कि गरीबों को खत्म करने का काम किया. उसने वोट बटोर कर आदिवासियों का शोषण किया. आजादी के 70 साल बाद भी एक भी आदिवासी भाई या बहन देश का राष्ट्रपति नहीं बना.'  उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने ओडिशा के संथाल परगना के एक आदिवासी, गरीब परिवार की बेटी द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाने का काम किया.'


'कांग्रेस ने केवल लोगों को लड़वाया'


उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अमीर और गरीब के बीच के विभाजन को खत्म करने की दिशा में काम किया. शाह ने कहा, 'मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उनका पहला भाषण था कि उनकी सरकार आदिवासियों, दलितों, गरीबों और ओबीसी के लिए होगी.'


उन्होंने कहा कि देश में एक भी गांव ऐसा नहीं है जहां बिजली नहीं है. शाह ने तीन दशक पहले गुजरात कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान उसकी उपलब्धियों को उजागर करने वाले चुनाव अभियान पर भी कटाक्ष किया और कहा कि विपक्षी दल ने गरीबी बढ़ाने के अलावा कुछ नहीं किया.


'कांग्रेस को नहीं पता आदिवासी विकास का क्या मतलब है'


गृहमंत्री ने कहा कि अपने पिछले बजट में कांग्रेस सरकार (Congress Government) ने गुजरात (Gujarat) में आदिवासियों के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) ने अपने बजट में इस समुदाय के लिए 1 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए थे. शाह ने कहा, 'कांग्रेस को नहीं पता कि आदिवासी (Tribals) विकास का क्या मतलब है. उसने एक-दूसरे को लड़ाने के अलावा कुछ नहीं किया. बीजेपी (BJP) के सत्ता में आने के बाद पिछले 20 सालों में किसी भी थाने में एक भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया.'


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