नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कोरोना महामारी से निपटने की एक साझा रणनीति बनाने पर विचार के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान गृहमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एनसीआर में रैपिड एंटीजन टेस्टिंग का उपयोग कर संक्रमण फैलने की दर कम करने और मरीजों को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती करने पर जोर दिया जाए.


गृहमंत्री ने  कहा कि भारत सरकार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा को आवश्यकतानुसार रैपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध करा सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री ने इस बाबत पिछले सप्ताह ही संकेत दिए थे कि वह दिल्ली एनसीआर में कोरोना महामारी की व्यापक एक साझा रणनीति बनाने को लेकर एनसीआर के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे. आज की बैठक में एम्स के निदेशक और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.


बैठक के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अधिक से अधिक टेस्टिंग कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकेगी और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार संक्रमण की दर को दस प्रतिशत से कम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आने वाले लोगों की संख्या जितनी कम होगी, संक्रमण का फैलाव उतना ही कम होगा.


अमित शाह ने कहा कि नए रैपिड एंटीजन टेस्ट से करीब नब्बे प्रतिशत स्क्रीनिंग हो जाती है और इसकी किट को विपुल मात्रा उपलब्ध कराया जा सकता है. केंद्रीय गृह मंत्री ने मृत्यु दर को कम करने के लिए मरीजों को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराने पर जोर देते हुए कहा कि मानवता कि दॄष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम गरीब से गरीब व्यक्ति की जान बचा सकें.


अमित शाह ने एनसीआर में कोरोना संक्रमण की मैपिंग में आरोग्य सेतु और इतिहास एप की मदद लेने को कहा. उन्होंने उत्तर प्रदेश और हरियाणा से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा कोविड मरीजों को टेलीमेडिसिन के जरिए सलाह देने की सुविधा का लाभ उठाने को भी कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के छोटे अस्पतालों के डॉक्टर्स अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के विशेषज्ञों से टेली वीडियोग्राफी के माध्यम से गाइडेंस ले सकते हैं.


बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पाल ने एनसीआर में कोविड से निपटने की रणनीति पर एक प्रजेंटेशन भी दिया. इसमें उन्होंने दिल्ली-एनसीआर में अब तक अपनाई गई बेस्ट प्रैक्टिसेज और आगे की रणनीति पर जानकारी दी. बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.


यह भी पढ़े:


रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा- देश में अप्रैल 2023 तक शुरू हो सकती है प्राइवेट ट्रेन