CAA पर अमित शाह की दो टूक, कानून के ज्ञान पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को दी चुनौती
शाह ने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को ये कह कर खुली चुनौती भी दे डाली कि अगर राहुल बाबा ने क़ानून पढ़ा हैं तो वो उस पर कभी भी चर्चा कर लें और वो (अमित शाह) इस क़ानून का इतालवी भाषा में अनुवाद भी करवा सकते हैं.
जोधपुर: राजस्थन के सी एम अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में आयोजित बीजेपी के एक बड़ी रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ़ कर दिया कि नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर केंद्र सरकार एक इंच भी पीछे नहीं हटने वाली, विपक्षी पार्टियां चाहे कितना भी हल्ला क्यों ना मचाए. नागरिकता क़ानून को लेकर बीजेपी के जन जागरण अभियान का आग़ाज़ करते हुए अमित शाह अपने चिर परिचित अन्दाज़ में विपक्ष पर पर निशाना साधा.
शाह ने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को ये कह कर खुली चुनौती भी दे डाली कि अगर राहुल बाबा ने क़ानून पढ़ा हैं तो वो उस पर कभी भी चर्चा कर लें और वो (अमित शाह) इस क़ानून का इतालवी भाषा में अनुवाद भी करवा सकते हैं.
जोधपुर की इस जन जागरण रैली में अमित शाह ने कहा कि पांच जनवरी से बीजेपी कार्यकर्ता देश भर में तीन करोड़ घरों तक जाकर लोगों को नागरिकता क़ानून के बारे में जागरूक करेंगे. इस अभियान के तहत देश भर में 500 जन सभाएं और रैली होंगी और 250 पत्रकार वार्ताओं के ज़रिए देश की जनता को नागरिकता क़ानून के बारे में बताया जाएगा.
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शाह के भाषण में कांग्रेस के साथ साथ ममता बनर्जी, मायावती, अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी और वाम दल निशाने पर रहे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टी इस क़ानून को लेकर देश की जनता ख़ासकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं. क़ानून को लेकर ये दुष्प्रचार किया जा रहा हैं कि इसको लागू करके देश के मुसलमानों की नागरिकता छीन ली जाएगी. शाह ने कहा कि ये क़ानून नागरिकता देने के लिए हैं ना कि किसी की नागरिकता को छीनने के लिए.
अमित शाह ने कहा कि 70 साल से कांग्रेस कहती रही हैं कि पाक बांग्लादेश और अफ़ग़ान शरणार्थी लोगों को नागरिकता दी जाएगी लेकिन इस काम को अंजाम दे रहे हैं 56 इंच के सीने वाले नरेंद्र मोदी. अमित शाह ने कहा कि महात्मा गांधी, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद और डाक्टर राजेंद्र प्रसाद समेत कई नेता इन देशों से प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देने के पक्षधर रहे लेकिन कांग्रेस ने अपने नेताओं की भी नहीं सुनी.
राजस्थन के सी एम अशोक गहलोत के नागरिकता क़ानून को राजस्थन में लागू नहीं करने के एलान पर चुटकी लेते हुए शाह ने कहा, ''गहलोत जी आपने तो अपने विधान सभा चुनाव के घोषणा पत्र में ये मुद्दा शामिल करके वादा किया था कि आपकी पसरकार इन शरणार्थियों को नागरिकता देगी अब हम तो आपके घोषणा पत्र का एक बिन्दू पूरा कर रहे हैं तो आप विरोध क्यों कर रहे हैं.''
अमित शाह ने धारा 370 को समाप्त करने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के फ़ैसलों का हवाला देकर आरोप लगाया कि कांग्रेस को देश हित के सभी मुद्दों को अपने वोट बैंक से जोड़ने की आदत हो चुकी हैं. अमित शाह ने राजस्थान के कोटा में सरकारी अस्पताल में एक सौ से ज़्यादा बच्चों की मौत के मुद्दे पर भी राजस्थन के सी एम अशोक गहलोत को घेरा. शाह ने कहा, ''गहलोत साहब आप विरोध करते हो वो बाद में करना पहले कोटा में मरने वाले बच्चो की चिंता करो. माताओं की हाय लग रही है. इतना भी मत झुको दिल्ली दरबार में.''