नई दिल्लीः बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन 23 दिन बाद कोरोना मुक्त होकर वापस आ गए हैं. उन्हें इलाज के लिए नानावटी अस्पताल में भर्ती किया था. इलाज के दौरान एक महिला ने अमिताभ पर नानावटी अस्पताल के लिए "विज्ञापन" का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि अमिताभ ने उनके लिए पूरी तरह से सम्मान खो दिया है. वापस आकर सोशल मीडिया के माध्यम से अमिताभ ने महिला को जवाब देते हुए कहा है कि 'मेरी सम्माननीयता का अंदाजा आपको नहीं है.'


दरअसल अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती किया गया था. इस बीच एक महिला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया था कि 77 वर्षीय अभिनेता उस अस्पताल के लिए विज्ञापन कर रहे हैं जहां उन्हें भर्ती कराया गया था.


महिला ने सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट में साफ किया था कि उनके 80 वर्षीय पिता को अस्पताल में गलत तरीके से कोरोना पॉजिटिव बताया गया था. साथ ही इलाज के दौरान उन्हें सही बिस्तर नहीं दिया गया और ना ही डॉक्टरों ने उनके पिता की उचित देखभाल की थी. उनका कहना है कि वह अमिताभ बच्चन के इस तरह के विज्ञापन के लिए काफी दुखी हैं. महिला का कहना है कि जो अस्पताल मानव जीवन की परवाह नहीं करते हैं और केवल पैसा कमाना चाहते हैं अमिताभ उनका प्रचार कर रहे हैं. इसके साथ ही महिला का कहना था कि आपके लिए पूरी तरह से सम्मान खो दिया है.


उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अमिताभ ने लिखा, "जान्हवी जी, मुझे आपके प्यारे और सम्मानित पिता के बारे में जानने के बाद वास्तव में खेद है." अमिताभ का कहना है कि "हां लैब परीक्षण गलत हो सकते हैं, लेकिन कई अन्य परीक्षण और शर्तें हैं जिनसे बीमारी की रिपोर्ट पॉजिटिव रही हो. मेरे सीमित अनुभव के किसी भी अस्पताल या डॉक्टर ने कभी भी आचार संहिता का पालन नहीं किया है, या जानबूझकर किसी भी व्यावसायिक लाभ के लिए प्रतिकूल उपचार नहीं किया है." इसके साथ ही अमिताभ ने अंत में कहा है कि मेरी शख्सीयत और सम्मान आपके द्वारा जज नहीं किया जा सकता है.


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