मर्सिडीज में चलने वाला Amritpal Singh अब पैदल ही भाग रहा, बचने के लिए बदला हुलिया, जानिए अब तक इस मामले में क्या हुआ
Amritpal Singh Absconding: ऑपरेशन अमृतपाल शुरु होते ही वारिस पंजाब दे का चीफ लगातार पुलिस से भाग रहा है. पंजाब के बाद हरियाणा पहुंचे अमृतपाल सिंह के अब भागकर उत्तराखंड जाने की खबरें सामने आ रही हैं.
Waris Punjab De Chief: भगोड़े खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए चलाए जा रहे पंजाब पुलिस के ऑपरेशन का शुक्रवार (24 मार्च) को सातवां दिन है. एक दिन पहले ही उसकी लोकेशन हरियाणा में सामने आई थी. हालांकि, अब दावा किया जा रहा है कि 'वारिस पंजाब दे' का चीफ हरियाणा से भी भाग गया है. कहा जा रहा है कि अमृतपाल लगातार अपना हुलिया बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा है.
कभी वो टोल टैक्स पर मुंह छिपाए नजर आता है तो कभी जुगाड़ पर बैठकर भागता दिखाई पड़ता है. किसी समय मर्सिडीज में चलने वाला अमृतपाल सिंह कई सीसीटीवी फुटेज और तस्वीरों में अब सड़कों पर पैदल ही पुलिस से बचने की कोशिश में जुटा है. 21 मार्च को हरियाणा के शाहबाद में अमृतपाल अपने एक समर्थक के घर आया था. जिससे अब पुलिस पूछताछ कर रही है. आइए जानते हैं कि अमृतपाल सिंह के मामले में अब तक क्या हुआ है?
अमृतपाल सिंह केस की टाइमलाइन
18 मार्च: वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन चलाया गया. पुलिस ने अमृतपाल के 6 साथियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान अमृतपाल सिंह अपने चाचा और ड्राइवर के साथ भाग गया. पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी नेता का पीछा किया, लेकिन वो भागने में कामयाब रहा. हालांकि, पुलिस ने पीछा करते हुए 2 गाड़ियां पकड़ लीं. पुलिस ने अजनाला कांड के बाद अमृतपाल के खिलाफ हेट स्पीच समेत तीन मामले दर्ज किए. इसी बीच पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के करीबी दलजीत कलसी को गुरुग्राम से हिरासत में लिया. बताया जा रहा है कि कलसी ही वारिस पंजाब दे की फंडिंग देखता था.
19 मार्च: मर्सिडीज गाड़ी छोड़कर अमृतपाल सिंह अंडरग्राउंड हो गया. इस दौरान अमृतपाल ने गाड़ी बदली और ब्रीजा कार में बैठा नजर आया. पुलिस ने अमृतपाल के गिरफ्तार 7 साथियों को बाबा बकाला कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड पर भेजा. इस बीच अमृतपाल सिंह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से कनेक्शन की भी जांच की जाने लगी. केंद्रीय जांच एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि दुबई से पंजाब आने से पहले अमृतपाल जॉर्जिया क्यों गया था?
20 मार्च: खालिस्तानी नेता के खिलाफ एनएसए (NSA) लगाकर गैर जमानती वारंट जारी किया गया. इसी दौरान अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने नकोदर थाने में सरेंडर किया. ये दोनों उसी मर्सिडीज में सरेंडर करने आए थे, जिसमें ये अमृतपाल के साथ भागे थे. वारिस पंजाब दे के चीफ के चाचा को पंजाब से डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया. इसी के साथ गिरफ्तार किए गए अमतृतपाल के चार अन्य करीबियों को भी एनएसए लगाकर डिब्रूगढ़ भेज दिया गया.
21 मार्च: अमृतलाल सिंह के वकील ईमान सिंह खारा ने पंजाब व हरियाणा HC में हेबियस कॉर्पस (Habeas Corpus) की याचिकी दाखिल की. वारिस पंजाब दे संगठन के वकील ने दावा किया कि अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कोर्ट में पेश नहीं कर रही है. उन्होंने ये भी दावा किया कि पुलिस अमृतपाल का फर्जी एनकाउंटर कर सकती है. इस बीच पुलिस ने अमृतपाल के संभावित हुलिये की तस्वीरें जारी कीं. वहीं, अमृतपाल के कपड़े बदलकर बाइक से भागने की तस्वीरें सामने आईं.
22 मार्च: पंजाब पुलिस ने एक गुरुद्वारे के ग्रंथी की शिकायत पर अमृतपाल के खिलाफ एक और केस दर्ज किया. ग्रंथी ने उस पर बंदूक दिखाकर डराने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया. गुरुद्वारे से अमृतपाल ने ग्रंथी के बेटे के कपड़े पहने और फरार हो गया. 22 मार्च तक अमृतपाल के खिलाफ 7 केस दर्ज हो चुके थे. इसी बीच पुलिस ने अमृतपाल को मोटरसाइकिल मुहैया करवाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं, भागने के दौरान अमृतपाल की नई तस्वीरें सामने आईं. जिनमें वो एक जुगाड़ वाली ठेलागाड़ी में जाता हुआ दिखा.
23 मार्च: अमृतपाल सिंह पंजाब से निकलकर हरियाणा पहुंच गया. पंजाब के आईजीपी की ओर से जानकारी दी गई कि सीसीटीवी में उसकी कई फुटेज सामने आई हैं. सेखोवाल गुरुद्वारा से भागने के बाद उसने नदी पार करने के लिए नाव लेनी चाही, लेकिन न मिलने पर एक पुराने पुल से नदी पार की. इसके बाद वो हरियाणा पहुंचा और शाहबाद में अपने एक समर्थक के पास आया. इस दौरान अमृतपाल के समर्थकों पर छत्तीसगढ़ में बड़ा एक्शन लिया गया. पुलिस ने खालिस्तानी नेता के समर्थन में रैली निकालने वाले 4 लोगों गिरफ्तार किया. पुलिस ने समर्थक को गिरफ्तार कर लिया.
24 मार्च: अमृतपाल को लेकर पंजाब, उत्तराखंड, यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. ताजा जानकारी के मुताबिक, अंदेशा जताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह जालंधर के शाहकोट से फिल्लौर और लुधियाना के रास्ते हरियाणा में दाखिल हुआ. पुलिस ने हरियाणा में अमृतपाल की मदद करने वाली महिला बलजीत कौर को गिरफ्तार किया है. उसने बताया है कि वो उत्तराखंड जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: