Waris Punjab De Chief: खालिस्तान का समर्थन करने वाला 'वारिस पंजाब दे' का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से निकलकर हरियाणा पहुंच चुका है. 21 मार्च को हरियाणा के शाहबाद में अमृतपाल अपने एक समर्थक के पास आया था. पंजाब और हरियाणा पुलिस उस समर्थक से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि शाहबाद में कट्टरपंथी अलगावादी अमृतपाल सिंह को शरण देने के आरोप में एक महिला को पकड़ा गया है.
अमृतपाल सिंह जालंधर के शाहकोट से फिल्लौर और लुधियाना के रास्ते हरियाणा में दाखिल हुआ. पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल और उसके साथी ने प्लेटिना बाइक फिल्लौर के पास एक गांव में छोड़ दी थी, उसके बाद लुधियाना वो किसी अन्य साधन से पहुंचा. यह सब 18 मार्च का वाकया है जब अमृतपाल पुलिस को गच्चा देकर भाग निकला था.
अमृतपाल सिंह ने शाहबाद में ली थी शरण
20 मार्च को अमृतपाल पंजाब से निकलकर हरियाणा में दाखिल हो चुका था. शाहबाद में शरण देने वाले परिवार से पूछताछ के बाद पुलिस यकीनन यह मान यही है कि अमृतपाल का मकसद पंजाब से निकलकर दूसरे राज्यों में सुरक्षित अड्डा ढूंढना है. 18 मार्च को पुलिस ने ऑपरेशन शुरू किया था. उसके बाद 4 तस्वीरें सामने आईं. पहली मर्सडीज कार से जाते हुए, दूसरी ब्रेजा कार से, तीसरी तस्वीर में वो प्लेटिना बाइक पर सवार दिख रहा है, इसके बाद चौथी तस्वीर में वो मोटरगाड़ी पर बैठा है और उसी पर प्लेटिना बाइक भी रखी हुई है. हालांकि, ये सभी तस्वीरें उसी दिन (18 मार्च) की है.
कपड़े बदलकर भागा अमृतपाल सिंह
भगोड़े अमृतपाल सिंह के खिलाफ जालंधर में बुधवार को एक और मामला दर्ज किया गया. गुरुद्वारे के एक ग्रंथी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि अमृतपाल करीब 45 मिनट तक इस गुरुद्वारे में रहा था. इस दौरान उसके तीन सहयोगी भी उसके साथ थे. अमृतपाल और उसके सहयोगियों ने हथियारों का भय दिखाकर उनसे कपड़ों की मांग की. उनकी तरफ से जब कपड़े देने के लिए मना किया गया तो उनको परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी गई. ग्रंथी ने अपनी शिकायत में बताया कि इस दौरान अमृतपाल और उनके सहयोगियों के पास एक राइफल और पिस्तौल भी थी.
इंटरनेट सेवाएं ठप
वहीं, पंजाब सरकार ने गुरुवार को तरन तारन और फिरोजपुर जिलों में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस (संदेश) सेवाओं पर रोक को शुक्रवार दोपहर तक के लिए बढ़ा दिया, जबकि अमृतसर में मोगा, संगरूर, अजनाला उप-संभाग और मोहाली के कुछ इलाकों में पाबंदियां हटा दी गईं. गृह विभाग और न्याय विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेशानुसार, तरन तारन और फिरोजपुर में ‘‘जन सुरक्षा, हिंसा के किसी भी उकसावे को रोकने और शांति-जन व्यवस्था भंग बनाए रखने के लिए’’ मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक की अवधि बढ़ा दी गई है.