Amritpal Singh On Run: पंजाब पुलिस से भागा-भागा फिर रहा खालिस्तानी नेता और वारिस पंजाब दे का मुखिया अमृतपाल सिंह पाकिस्तान भागने की फिराक में है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) अमृतपाल को पंजाब से निकालकर पाकिस्तान पहुंचाने की फिराक में है. खुफिया अलर्ट के बाद पंजाब से सटी पाकिस्तान की सीमा पर फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस पर बीएसएफ और सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस पर पंजाब पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
18 मार्च को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. तब से अमृतपाल फरार है. फरारी के दौरान वह लगातार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में रहा है. आईएसआई के साथ संपर्क में रखने में उसका सहयोगी और साथ में ही फरार चल रहा पप्पलप्रीत सिंह जरिया बना हुआ है.
नेपाल के रास्ते जाने का प्लान हुआ फेल
अमृतपाल पहले नेपाल के रास्ते आईएसआई के शेल्टर में जाने की कोशिश में था, लेकिन ये मिशन नाकाम हो गया. जिसके बाद वह एक बार फिर वापस पंजाब लौट आया है. यहां पुलिस उसे पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाए हुए है.
दरअसल आईएसआई के इशारे पर अमृतपाल सिंह और उसका खासमखास पप्पलप्रीत सिंह नेपाल सीमा तक पहुंचे थे. यहां दोनों को नेपाल सीमा में प्रवेश करना था. जिसके बाद आईएसआई के स्लीपर सेल की मदद से अमृतपाल और पप्पलप्रीत को किसी दूसरे देश के आईएसआई के शेल्टर हाउस में भेजा जाना था. भारत सरकार की सख्ती की वजह से अमृतपाल भारत-नेपाल सीमा पार नहीं कर सका.
मिशन सफल होता न देख पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने अमृतपाल को वापस पंजाब लौटने का इशारा किया. जिसके बाद वह वापस लौटा है. यहां से वह बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में भागने की फिराक में है.
पंजाब के रास्ते पाकिस्तान में एंट्री की कोशिश
आईएसआई पंजाब से सटी पाकिस्तान की सीमा से अमृतपाल को पाकिस्तान में लाने का प्रयास कर सकती है. अमृतपाल को सीमा पार पहुंचाने के लिए आईएसआई ने पाकिस्तान से सटे पंजाब के फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, गुरदासपुर, अमृतसर और अजनाला के इलाकों में अपने स्लीपर सेलों को एक्टिव किया है.
आईएसआई ने जो प्लान बनाया है उसके मुताबिक पाकिस्तान जिस रूट से भारत में अपने स्लीपर सेलों को हथियार और नशे की खेप भेजता है, उसी रूट के माध्यम से अमृतपाल सिंह को पंजाब से निकालकर पाकिस्तान भेजने की तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं.
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