Amritpal Singh Video: फरार चल रहे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का एक और वीडियो सामने आया है. इसमें वो शर्ट और ट्राउजर में नजर आ रहा है. पहचान छिपाने के लिए वह छाता लगाए हुए है. वीडियो हरियाणा के शाहबाद का है. पंजाब से भागने के बाद अमृतपाल ने कुरुक्षेत्र के शाहबाद में एक महिला सहयोगी के घर में शरण ली थी. महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.


कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुरिंदर सिंह भोरिया ने बताया कि रविवार (19 मार्च) को शाहबाद में घर पर अमृतपाल और उसके सहयोगी पपलप्रीत सिंह को शरण देने वाली महिला बलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है. 


अबतक 200 से ज्यादा लोग चढ़े पुलिस के हत्थे


पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय (आईजीपी) सुखचैन सिंह गिल ने गुरुवार (23 मार्च) को बताया कि कौर, पपलप्रीत को दो साल से अधिक समय से जानती थी. आईजीपी ने कहा कि इस मामले में अब तक 207 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से 30 आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं.






पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ 18 मार्च (शनिवार) को ऑपरेशन शुरू किया था. तब पुलिस ने कई किलोमीटर तक उसका पीछा किया था. सिंह मर्सिडीज गाड़ी से भागने में सफल रहा था. बाद में उसने मर्सिडीज छोड़कर ब्रेजा कार का इस्तेमाल किया. फिर उसने बाइक ली, रास्ते में बाइक खराब होने पर अमृतपाल सिंह एक मोटरगाड़ी पर सवार दिखा, जिसकी तस्वीर वायरल हो रही है. पुलिस बाइक और कार जब्त कर चुकी है.




पुलिस ने ऐसे बिछाया था जाल
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि 23 फरवरी के अजनाला प्रकरण के बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर कार्रवाई करने का फैसला किया, लेकिन आनंदपुर साहिब में आयोजित ‘होला मोहल्ला’ मेले के कारण ऐसा नहीं कर सकी, जहां छह से आठ मार्च तक एक धार्मिक जुलूस का आयोजन होता है.


अधिकारियों के अनुसार, 30 वर्षीय खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पर करीब से निगरानी रखने के बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए 18 मार्च को बड़ी कार्रवाई शुरू की गई. अभियान तब शुरू किया गया जब वह अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा से बठिंडा जा रहा था.


उन्होंने बताया कि अमृतपाल का पांच वाहनों का काफिला 18 मार्च को अपने गांव से रवाना हुआ. अमृतपाल एक मर्सिडीज कार में सवार था. अधिकारियों ने बताया कि काफिले को सतलुज नदी पार करनी थी और पंजाब पुलिस के कमांडो की टीम हरिके बैराज पर उसका इंतजार कर रही थी.


पुलिस की भनक लगते ही अमृतपाल ने बदल लिया था रास्ता


उन्होंने बताया कि काफिले में शामिल रहे एक पायलट वाहन ने बैराज पर इंतजार कर रहे सशस्त्र पुलिसकर्मियों के दल को देखा. अधिकारियों के मुताबिक, वाहन चालक अमृतपाल सिंह को इस बारे में सूचित करने के लिए वापस लौटा. उन्होंने कहा कि अमृतपाल ने तुरंत रास्ता बदल दिया और गोविंदवाल साहिब में सतलुज नदी को पार किया, जहां कुछ पुलिसकर्मी तैनात थे.


अधिकारियों ने कहा कि पंजाब पुलिस को भरोसा था कि अमृतपाल हरिके बैराज मार्ग का ही सहारा लेगा, जिसके चलते अन्य मार्गों पर खालिस्तान समर्थक को पकड़ने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई थी और वह पुलिस की गिरफ्त से बच निकलने में कामयाब रहा.


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