Amritsar-Delhi Highway Jam: गन्ने की फसल के समर्थन मूल्य में इजाफा करने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे पंजाब के किसानो ने जालंधर में फगवाड़ा के पास नेशनल हाईवे जाम कर दिया है. यहां जाम के चलते यातायात प्रभावित हो रहा है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दोआबा किसान संघर्ष कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के खिलाफ ये धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. 

 


 

किसानों ने अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर ये जाम लगाया है. किसान नेता मनजीत सिंह ने कहा कि, पंजाब सरकार ने पिछले 5 वर्षों में गन्ने के समर्थन मूल्य में कोई भी इजाफा नहीं किया है. इसलिए किसान यहां धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. नेशनल हाईवे पर लगे इस जाम से दोनों तऱफ का ट्रैफिक अस्त व्यस्त हो गया है और वाहनों की लंबी कतारें लग गई है. 
 

समर्थन मूल्य बढ़ने तक जारी रहेगा धरना 

 

किसानों का कहना है कि जब तक पंजाब सरकार गन्ने की फसल के समर्थन मूल्य में इजाफा नहीं करती है तब तक ये धरना लगातार जारी रहेगा. पुलिस प्रशासन ने हाईवे पर ट्रेफिक जाम को रोकने के लिए जांलधर से पहले ही ट्रेफिक को डायवर्ट कर दिया है. दिल्ली से अमृतसर और चंडीगढ से अमृतसर जाने वाली गाड़ियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गाड़ियों को कई गांवो से होकर गुजरना पड़ रहा है. 

 

पंजाब सरकार 400 रुपये प्रति क्विंटल करें गन्ने का समर्थन मूल्य 

 

किसान नेता मनजीत सिंह ने कहा कि धरने को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 15 रुपये प्रति किंवटल का इजाफा किया, जोकि बहुत कम है. हरियाणा में 398 रुपये प्रति किवंटल गन्ने का समर्थन मूल्य मिल रहा है. जबकि पंजाब में 310 रुपये प्रति किवंटल का भाव दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इसे 400 रुपये प्रति किवंटल करें क्योंकि गन्ना उत्पादन में लागत बहुत बढ़ गई है.

 

मनजीत सिंह ने कहा, सभी चीजों के दाम बढ़ गए हैं. खाद, डीजल और मजदूरी के रेट में काफी इजाफा हुआ है. इसलिए किसान के खर्च मुनाफे से कहीं ज्यादा हो गए हैं. ऐसे में किसानो को 400 रुपये प्रति किवंटल के भाव से गन्ने का रेट मिलना चाहिए.

 

शुगर मिलों को फायदा पहुंचा रही है पंजाब सरकार 

 

किसानों का कहना है कि पंजाब सरकार बड़ी शुगर मिलों को फायदा पहुंचाने के लिए गन्ने के समर्थन मूल्य में इजाफा नहीं कर रही है. हालांकि चीनी का भाव भी बहुत अच्छा है, जिसके चलते इन शुगर मिलों को अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है. जबकि किसानों को उनका मेहनताना भी नहीं मिल रहा है.

 

पिछले 2 वर्षों में किसानों की 200 करोड़ रुपये बकाया राशी का अब तक भुगतान नहीं हुआ है, जो कि उन्हें जल्द मिलनी चाहिए. किसानों ने कहा कि अगर पंजाब सरकार गन्ने के समर्थन मूल्य में इजाफा नहीं करती है तो वो आने वाले समय में पंजाब बंद की कॉल भी देंगे.

 

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