रेल हादसा: 15 घंटे बाद भी चंडीगढ़ से अमृतसर की 255 किमी की दूरी क्यों तय नहीं कर पाए कैप्टन?
Amritsar Train Accident Live Updates: अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है वहीं करीब 70 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. जख्मी हुए लोगों का तरणतारण, जालंधर, गुरदासपुर और अमृतसर में इलाज चल रहा है. इममें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
नई दिल्ली: दशहरा जैसे शुभ अवसर पर अमृतसर रेल हादसे ने जश्न को मातम में बदल दिया. सिर्फ पांच सेकेंड में 59 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं. वहीं करीब 70 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायलों का पास के अलग अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इस बीच बड़ा सवाल बना हुआ है कि हादसे के 15 घंटे बीत जाने के बावजूद भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह घटना स्थल पर क्यों नहीं पहुंचे?
आज सुबह 11 बजे अमृतसर पहुंच सकते हैं सीएम बता दें कि सीएम अमरिंदर सिंह इस वक्त चंडीगढ़ में मौजूद हैं, चंडीगढ़ से अमृतसर की दूरी 255 किलोमीटर है. लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री ये दूरी तय नहीं पाए हैं. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मुताबिक वो आज सुबह 11 बजे यानी 16 घंटे बाद गुरुनानक देव अस्पताल पहुंच सकते हैं. सीएम यहां पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं.
हेलीकॉप्टर के बिना नहीं चलते सीएम? दरअसल ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बिना हेलीकॉप्टर के कहीं नहीं जाते हैं. इसलिए रात में हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकता था इसलिए सीएम ने रोड के रास्ते चंडीगढ़ जाने की जहमत नहीं उठाई.
रात में पहुंचे रेल राज्य मंत्री, सुबह सिद्धू पहुंचे आज सुबह से ही नेताओं का घटना स्थल पर पहुंचना जारी है, स्थानीय विधायक और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी आज सुबह अमृतसर पहुंचे. सिद्धू ने सिटी हॉस्पीटल का दौरा किया. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा कल रात में ही विशेष विमान से अमृतसर से पहुंच गए थे. वहीं हादसे की खबर मिलते ही अमेरिका दौरे पर गए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और भारत वापस आ रहे हैं.
अमृतसर हादसे को जानिए अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में कल देर दशहरे के मौके पर रावण दहन का आयोजन किया गया था. जिस मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था इसके बिल्कुल पास में अमृतसर-दिल्ली अप-डाउन रेल लाइन है. स्थानीय विधायक नवसिंह सिद्धू पत्नी नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि थीं. नवजोत कौर के लेट होने के चलते रावण दहन का कार्यक्रम भी लेट हुआ.
रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. शाम करीब 7 बजे जोड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी. ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई. रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया.
हेल्पलाइन नंबर जारी अमृतसर ट्रेन दुर्घटना के लिए रेलवे ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी की है. 0183-2223171, 0183-2564485 इस नंबर पर आप जानकारी ले सकते हैं. घायलों को गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं पंजाब सरकार की ओर से लोगों से रक्तदान करने का निवेदन किया गया है.