अमृतसर: अमृतसर ट्रेन हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है? अपनों को खोने वाले सीधे तौर पर स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और रेलवे अतिक्रमण को. वहीं पंजाब सरकार ने जांच के बाद जिम्मेदारी तय करने की बात कही है.


रावण दहन कार्यक्रम के दौरान हुए हादसे के लिए लोग कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू पर भी सवाल उठा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि कौर हादसे के वक्त मौजूद थी. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जिस आयोजन की इजाजत प्रशासन ने नहीं दी उस कार्यक्रम में नवजोत कौर सिद्धू क्यों पहुंची?


नवजोत कौर ने इस आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि मैं कार्यक्रम के दौरान मौजूद नहीं थी. हादसे के तुरंत बाद वे अस्पताल पहुंची. जहां उन्होंने घायलों का हाल जाना. वहीं अमृतसर ईस्ट से विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हादसे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अस्पताल जाकर पीड़ितों सी मुलाकात की.


आज सुबह दिल्ली से अमृतसर पहुंचे पंजाब सरकार में मंत्री सिद्धू ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ''यह हादसा है. दुखद है. असहनीय है. राजनीतिक रोटियां सेकने का मामला नहीं है. ऊंगलियां उठाने का मामला नहीं है. इस बोझ को बांटने का समय है. जानमाल की रक्षा करनी होगी. जो हुआ वो इंसान को बेबस कर गया. किसी ने सोच समझकर नहीं किया या किसी ने जानबूझकर नहीं किया.''

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अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम को रावण दहन देखने के लिए रेल पटरियों पर खड़े लोगों को तेजी से आ रही ट्रे ने रौंद दिया. इस हादसे में कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए. ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे.


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नवजोत कौर सिद्धू ने देर रात कहा, ''रावण दहन के बाद मैं मौके से लौट गई थी. उसके बाद ये हादसा हुआ. घायलों को सही इलाज मिले यह हमारी प्राथमिकता है. यहां दशहरा का हर साल आयोजन होता है. जो लोग इसपर राजनीति कर रहे हैं यह शर्मनाक है.''


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