(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमृतसर रेल हादसा: 41 घंटे बाद भी मेले का आयोजक फरार, मृतकों के परिजन का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास रावण दहन के वक्त हुए रेल हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 58 लोग बुरी तरह घायल हुए थे. जश्न का माहौल चंद सेकेंड में ही मातम में बदल गया.
नई दिल्ली: पंजाब के अमृतसर में कल हुए बड़े रेल हादसे को 41 घंटे बीतने के बाद भी दशहरा मेला का आयोजक सौरभ मदान का कुछ अता पता नहीं है. पुलिस के हाथ अभी तक उसके कॉलर नहीं पहुंच पाए हैं. इस हादसे पर जमकर राजनीति भी हो रही है लेकिन सबसे बुरा हाल उन परिवारों का है जिन्होंने हादसे में अपने परिजनों और दोस्तों को खो दिया. हादसे से गुस्साए लोगों ने आज अमृतसर में जमकर प्रदर्शन किया. मारे गए लोगों के परिजनों ने अमृतसर-जालंधर हाइवे पर जमकर हंगामा किया. दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की भी हुई. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मारे गए लोगों के परिवारवालों को नौकरी दी जाए.
आयोजक सौरभ मदान अब तक फरार इस सब के बीच कार्यक्रम का आयोजक कांग्रेस नेता सौरभ मदान अभी तक फरार है. हादसे के बाद नाराज लोगों ने दशहरे के आयोजक सौरभ मदान के घर पत्थरबाजी भी की. इस बीच आयोजक सौरभ मदान और कांग्रेस नेता नवजोत कौर के कुछ फोटो ग्राफ भी सामने आए हैं. हालांकि अभी तक ये साप नहीं हो पाया है कि ये तस्वीरें कब की हैं.
अंधेरे के चलते कुछ भी देखना संभव नहीं था-गेटमैन अमृतसर रेल हादसे में पहली बार जौड़ा फाटक का गेट मैन सामने आया. एबीपी न्यूज ने उस गेटमैन को ढूंढ़ निकाला है, जिस पर हादसे के लिए लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. गेटमैन अमित ने एबीपी न्यूज से बातचीत में हादसे को लेकर खुद पर लग रहे आरोपों को गलत बताया है. गेटमैन अमित ने कहा कि जौड़ा गेट से हादसा चार सौ मीटर की दूरी पर हुआ, जहां अंधेरे के चलते कुछ भी देखना संभव नहीं था.
हादसे में 59 की मौत, 70 से ज्यादा जख्मी अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास रावण दहन के वक्त हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ कर 59 हो गई जबकि 58 लोग बुरी तरह घायल हो गए. हादसे में जख्मी हुए लोगों का तरणतारण, जालंधर, गुरदासपुर और अमृतसर में इलाज चल रहा है. इममें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस कमिश्नर सुधांशु श्रीवास्तव ने कहा कि मृतकों की सही संख्या के बारे में अभी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन संभावना है कि 61 लोग मारे गए हैं. इस बीच आधिकारिक तौर पर 59 मृतकों की सूची जारी की गई है.
16 घंटे बाद पहुंचे मुख्यमंत्री कल शाम तकरीबन 7.15 बजे हुए इस भयावह हादसे के 16 घंटे बाद राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह घटना स्थल पर पहुंचे. मुआवजे का एलान उन्होंने पहले ही कर दिया था पहुंचते ही उन्होंने कई आदेश दिए जिसमें धार्मिक मेलों के आयोजन के लिए नए गाइड-लाइन की भी बात शामिल थी. उन्होंने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए. जिसके तहत एक महीने के अंदर रिपोर्ट देने की बात थी. सिंह अस्पताल पहुंचे और इस दुखद हादसे में घायल हुए लोगों एवं मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने तत्काल 3 करोड़ की राशि जारी करने का आदेश दिया.
हादसे पर जमकर हो रही राजनीति अमृतसर रेल हादसे के बाद जमकर राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही हैं. 16घंटे देरी से आने के सावल पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिहं भड़क गए और दो तरह की दलीले देते नजर आए, मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लिखना है लिख दो. वहीं दूसरी ओर अकाली दल नेता सुखबीर बादल ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग की है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने प्रशासन और आयोजक को जिम्मेदार ठहराया है.