अमृतसर रेल हादसा: जिस ट्रेन से गई 59 जानें उसके ड्राइवर ने कहा- भीड़ का अंदाजा नहीं था
Amritsar Train Accident: जिस डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) ट्रेन से अमृतसर में हादसा हुआ उसके ड्राइवर का कहना है कि उसने ग्रीन सिग्नल दिया था और रास्ता साफ था लेकिन उसे कोई अंदाजा नहीं था कि बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं.
नई दिल्ली: पंजाब और रेलवे पुलिस ने अमृतसर में 59 लोगों को कुचलने वाली ट्रेन के चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पंजाब पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) के ड्राइवर को लुधियाना रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया और शुक्रवार रात को हुई इस घटना के बारे में पूछताछ की गई.
सूत्रों ने बताया कि ड्राइवर का कहना है कि उसने ग्रीन सिग्नल दिया था और रास्ता साफ था लेकिन उसे कोई अंदाजा नहीं था कि बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं. एक अधिकारी ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद ड्राइवर ने इसकी सूचना अमृतसर स्टेशन मास्टर को दी.
दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि आयोजक अंडरग्राउंड हो गए हैं. हादसे के बाद GRP ने धारा 304, 304 A, 337 के तहत एफआईआर दर्ज की है. इसमें किसी का नाम नहीं लिया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन ड्राइवर, रेलवे अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की जांच की जा रही है.
रेलवे अधिकारी इस संदर्भ में जानकारियां जुटा रहे हैं. केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने शुक्रवार रात घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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हादसे को लेकर रेल प्रशासन ने खुद का बचाव किया है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा, ''रेलवे प्रशासन को मेन लाइन के करीब कार्यक्रम आयोजित कराए जाने की कोई सूचना नहीं दी गई थी. लोग ट्रैक से दशहरा का कार्यक्रम देख रहे थे, लोगों को ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता थी. रेलवे ट्रैक्स पर कोई अतिक्रमण नहीं होना चाहिए.'' प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस वक्त ट्रेन गुजरी उस समय पीड़ित रावण दहन देख रहे थे और इसका अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे.
कैसे हुआ हादसा? अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. शाम करीब 7 बजे जौड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी. ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई. रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया.
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