प्रयागराज: अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लाठीचार्ज और हंगामे के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्र और यूपी सरकार से जवाब तलब किया है. इसके अलावा हाईकोर्ट ने पुलिस अफसरों और वाइस चासंलर से भी जवाब मांगा है. हाईकोर्ट ने यूपी के आईजी ला एंड ऑर्डर, एसएसपी अलीगढ़ और एएमयू के वीसी से भी जवाब तलब किया है.


वहां युद्ध जैसे हालात नज़र आए- हाई कोर्ट


इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सभी से दो हफ्ते के अंदर जवाब देने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई दो जनवरी को होगी. कोर्ट में आज मामले की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग को लेकर दाखिल अर्जी पर सुनवाई हुई थी. ये अर्जी पूर्व छात्र और प्रदर्शन में शामिल रहे मोहम्मद अमन ने दाख़िल की थी. सुनवाई के दौरान आज कोर्ट ने लाठीचार्ज और हंगामे की तस्वीरें देखकर टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा कि वहां युद्ध जैसे हालात नज़र आए. बता दें कि अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मेंम नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में 15 दिसम्बर को हंगामा हुआ था.


अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त


फिलहाल इस घटना में एएमयू के तीन छात्र घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है. इस घटना में गिरफ्तार 26 में से केवल एएमयू के 7 छात्र थे, जिन्हें बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया. वहीं, एसएसपी ने बताया कि अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.


गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. कैम्पस के बाहर एतियातन तौर पर फोर्स तैनात है. एएमयू प्रवक्ता डॉ राहत अबरार ने बताया कि अधिकांश छात्र कैम्सप से जा चुके हैं और कैम्पस में फिलहाल हालात सामान्य हैं. प्रवक्ता ने बताया कि एएमयू वीसी प्रोफेसर तारिक मंसूर ने एएमयू के बिगड़े हालात के चलते बाहरी लोगों के कैम्पस में शामिल होने पर पुलिस प्रशासन को एएमयू में बुलाया था.


यह भी पढ़ें-
CAA से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए यहां क्लिक करें
CAA विवाद के बीच पाकिस्तान से आई हसीना को मिली भारत की नागरिकता, गुजरात सरकार ने दिया प्रमाणपत्र
पीएम मोदी के विरोध में ट्वीट करने पर कुणाल कामरा को बीजेपी नेता ने खुलेआम दी धमकी
IND vs WI 2nd ODI: भारत ने वेस्टइंडीज़ को 107 रनों से रौंदा, कुलदीप ने ली हैट्रिक