चंडीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) परिसर में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एएमयू का नाम जाट राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए. रेवाड़ी में एक जाट धर्मशाला के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा , ‘‘ मैं एएमयू का नामकरण राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर करने की मांग करता हूं.’’


हरियाणा के मंत्री ने दावा किया कि महेन्द्र प्रताप सिंह ने विश्वविद्यालय के लिए भूमि दान में दी थी. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के योगदान को भूला नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि देश की अखण्डता को तोड़ने के लिए जिम्मेदार जिन्ना की तस्वीर तो विश्वविद्यालय में लगी है लेकिन राजा महेन्द्र प्रताप की कोई तस्वीर अब तक वहां नहीं लगाई गई है.


कौन हैं महेन्द्र प्रताप सिंह
बता दें कि महेन्द्र प्रताप सिंह (1886-1979) एक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे. उन्होंने सर सैय्यद अहमद खान के मुहम्मदन एंग्लो-ओरियेंटल कॉलेज से पढ़ाई की थी. बाद में यही कॉलेज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बना. महेन्द्र प्रताप इस यूनिवर्सिटी में दान देने वालों में से एक थे. उन्होंने 1929 में दो रुपया प्रति वर्ष की दर से एएमयू को 3.04 एकड़ जमीन लीज पर दी थी. महेन्द्र प्रताप को जाट राजा के रूप में जाना जाता है. उन्होंने 1957 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को मथुरा के लोकसभा चुनाव में मात दी थी.