लखनऊ: अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के छात्र नेता फरहान जुबैरी की तुरंत गिरफ्तारी के आदेश दे दिए गए हैं. फरहान जुबैरी ने फ़्रांस और ईसाइयों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान दिया था. जुबैरी ने ईसाइयों के कत्लेआम को जायज़ ठहराया था. फरहान जुबैर की तलाश में यूपी पुलिस जगह-जगह छापे मार रही है.


फरहान जुबैरी का वीडियो सामने आया है जिसमें वो एक छोटा जुलूस निकाल रहा है और भड़काऊं नारे लगा रहा है. वीडियो में जुबैरी कहता है आपकी नामूस की खातिर जान भी हाजिर, मान भी हाजिर. गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा है सिर तन से जुदा, सर तन से जुदा.


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का क्या कहना है ?
पूरे मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने फरहान जुबैरी का बचाव किया है. विश्वविद्यालय के डिप्टी प्रॉक्टर हशमत अली खान ने कहा, ''मुस्लिम कम्युनिटी मैं प्रॉफिट मोहम्मद का एक अपना स्थान है उनके विरुद्ध फ्रांस में कुछ अपशब्दों का प्रयोग किया गया. इसमें पूरे देश में पूरी दुनिया में उनके खिलाफ प्रोटेस्ट किए जा रहे हैं. उसी प्रोटेस्ट की कड़ी में अपने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक आयोजन किया था उसमें ऑब्जेक्शनवल जो भी है वह सीडी का कंटेंट देखने पर कोई खास नजर नहीं आते हैं लेकिन जो भी है वह पब्लिक डोमेन में है.''


उन्होंने आगे कहा, ''पब्लिक की नॉलेज में आ चुका है और वह सीडी सब जगह वायरल हो चुकी है उसका निरीक्षण करके मालूम किया जा सकता है कि जो भी ऑब्जेक्शन है या नहीं है. पुलिस ने अभी तक हमसे कोई इंफॉर्मेशन लिखित तौर पर नहीं मांगी है. लेकिन जो भी इंफॉर्मेशन हमारे पास में है वह पब्लिक डोमेन में है और किसी भी तरह से छुपाई नहीं गई है.''


फ्रांस में क्या चल रहा है ?
कुछ दिन पहले (16 अक्टूबर 2020) फ्रांस के पेरिस में एक टीचर का सिर कलम कर दिया गया था. इस घटना को चंद दिन भी नहीं बीते थे कि गुरूवार को एक बार फिर फ्रांस के नीस में एक शख्स ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया.


लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद फ्रांस में इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. वहीं फ्रांस की कार्रवाई के खिलाफ मुस्लिम देशों में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसे में अब यह मामला वैश्विक चर्चा का विषय बन गया है.