अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के पूर्व कुलपति जनरल जमीर उद्दीन शाह ने कहा है कि इस यूनिवर्सिटी के छात्र राष्ट्र विरोधी नहीं हैं और पाकिस्तान के समर्थन वाली भावना भी नहीं रखते हैं. कुलपति का यह बयान ऐसा समय आया है जब यूनिवर्सिटी में जिन्ना की एक तस्वीर को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं.


पूर्व कुलपति जमीर उद्दीन शाह ने कहा है, ‘’अगर अलीगढ़ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के समक्ष मुद्दे को उठाया था तो इस मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता था. सांसद एएमयू कोर्ट के सदस्य भी हैं.’’


शाह ने आगे कहा, ‘सांसद सतीश गौतम ने एएमयू के अधिकारियों को जो पत्र लिखा उसे साधारण पोस्ट से भेजा जिसे यूनिवर्सिटी पहुंचने में पांच दिन लग गए. इस बीच सांसद ने इस पत्र को प्रेस और दक्षिणपंथियों में जारी कर दिया, जिससे यह मामला पेचीदा हो गया.’’


क्या है मामला?


बता दें कि पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के कार्यालय में होने की वजह से यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी थी. यूनिवर्सिटी में भड़की हिंसा के चार दिन बीतने के बाद भी यूनिवर्सिटी के छात्र शैक्षणिक गतिविधियों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.


जिन्ना को लेकर क्या विवाद है?


उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर लगी है. साल 1938 में जिन्ना अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आए थे. तब छात्रसंघ ने उन्हें यूनिवर्सिटी का आजीवन सदस्य बनाया था. तभी से जिन्ना की तस्वीर यूनिवर्सिटी में लगी हुई है. हिंदूवादी संगठन और बीजेपी के नेताओं ने जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग की है. लेकिन यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ तस्वीर हटाने को तैयार नहीं हैं. जिन्ना हमारे देश का बंटवारा कर पाकिस्तान बनाने के लिए जिम्मेदार थे.


साल 1938 में तस्वीर लगी थी तो बंटवारे के बाद हटाई क्यों नहीं?- बीजेपी सांसद


इस मामले में अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने कहा है कि यूनिवर्सिटी से तस्वीर तो हटकर ही रहेगी. उन्होंने कहा कि साल 1938 में तस्वीर लगी थी तो उसके बाद जिन्ना ने बंटवारा करवाया तब साल 1947 में तस्वीर क्यों नहीं हटाई गई?


जिन्ना के समर्थक पाकिस्तान जाएं- हिंदू छात्र नेता


वहीं, आज हिंदू छात्र नेताओं ने एक कॉलेज के शौचालय में जिन्ना की फ़ोटो लगा दी. हिंदू छात्र नेताओं ने कहा है कि जिन्ना का स्थान शौचालय है. वहीं एक हिंदू छात्र ने कहा कि जिन्ना के समर्थक पाकिस्तान जाएं, वर्ना उन्हें कब्रिस्तान भेज देंगे. बता दें कि प्रदर्शनकारी हिन्दू छात्र नेताओं ने आज यूनिवर्सिटी से कुछ दूर जिन्ना का पुतला भी फूंका और कहा कि ‘जिन्ना समर्थक पाकिस्तान जाओ.’