वाशिंगटनः अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत और अमेरिका विश्व के हित की खातिर कई चुनौतियों का समाधान निकालने में सक्षम हैं और कोविड-19 महामारी से लड़ाई में दोनों देशों के बीच की साझेदारी इसकी मिसाल है.
अधिकारी ने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही, जब दुनिया वायरस के बारे में तथ्यात्मक जानकारी पाने के लिए बैचेन थी और निजी रक्षात्मक उपकरणों और अन्य चिकित्सा सामग्रियां खोज रही थी, भारत तब से ही अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार रहा है.
उन्होंने कहा "चिकित्सा शास्त्र में हमारा सहयोगपूर्ण रुख भारत-अमेरिका साझेदारी के विश्व पर सकारात्मक प्रभाव का बढ़िया उदाहरण है." अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी कंपनी गिलियड ने रेमदेसिविर के उत्पादन के लिए भारत की फार्मा कंपनियों के साथ समझौते किए हैं. इसके परिणामस्वरूप कोविड-19 के लिए प्रभावी उपचार व्यापक पैमाने पर कम एवं मध्यम आय वाले 127 देशों में त्वरित गति से उपलब्ध करवाया जा सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत कोविड-19 के टीकों के निर्माण एवं विकास के लिए भी मिलकर काम कर रहे हैं.
बता दें कि दुनियाभर में अबतक 3 करोड़ 44 लाख लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 10 लाख 27 हजार लोगों ने अपनी जान गंवा दी है तो वहीं 2 करोड़ 56 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं. पूरी दुनिया में 77 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं यानी कि फिलहाल इतने लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
वहीं बीते 24 घंटों में दुनिया में 3 लाख 13 हजार नए मामले सामने आए हैं, जबकि 2 लाख 25 हजार मरीज इस वायरस से उभरकर ठीक भी हुए हैं. हालांकि 8 हजार 826 लोगों की जान भी चली गई.
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