नई दिल्ली: दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप भी अब भारत की ताकत देखेंगे. मोदी सरकार ने गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बनाने के लिए डोनल्ड ट्रंप को न्योता भेजा है. हालांकि अभी व्हाइट हाउस ने ट्रम्प की यात्रा कार्यक्रम को लेकर कोई सहमति नहीं दी है. दोनों पक्षों के बीच डोनल्ड ट्रंप की पहली भारत यात्रा को लेकर बातचीत हो रही है.


पिछले साल अमेरिका गए मोदी ने दिया था ट्रंप को न्योता


गौरतलब है कि पिछले साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की यात्रा की थी. व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के परिवार समेत भारत आने का न्योता दिया था. पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान डोनल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत बहुत अच्छा काम कर रहा है और ऐसे महान प्रधानमंत्री का स्वागत करना सम्मान की बात है.


पिछले साल नवंबर में भारत आईं थीं ट्रंप की बेटी इवांका


पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रम्प ने भारत का दौरा किया था. उन्होंने हैदराबाद के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन (जीईएस) में भाग लिया था. उस दौरान उन्होंने कहा था, "आप ने जो कुछ हासिल किया है वो अपने आप में असाधारण है. बचपन में चाय बेचने से लेकर आज प्रधानमंत्री बनने तक के सफर तक, आपने साबित किया है कि असधारण परिवर्तन मुमकिन है."


राजपथ पर दुनिया देखती है भारत की ताकत


बता दें कि देश में गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर हर साल परेड और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर भारत की तीनों सेनाएं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना के जवान दुनिया को भारत की ताकत दिखाने के लिए करतब करते हैं. इतना ही नहीं भारत की सांस्कृति और परंपराएं को दर्शाने के लिए राज्यों की झांकियां भी निकाली जाती हैं.


भारत में गणतंत्र दिवस के मौके पर बाहरी देशों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को मुख्य अतिथि बनाने का रिवाज रहा है. जब से देश आजाद हुआ है तब से अबतक कई देशों के मुखिया गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ परेड में शामिल हो चुके हैं.


इस साल ASEAN के 10 नेता बने थे मुख्य अतिथि


इस साल भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान के 10 देशों के राष्ट्र-प्रमुखों और शासनाध्यक्षों ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया था. इनकी उपस्थिति ने इस समारोह के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा था, क्योंकि पहली बार गणतंत्र दिवस समरोह में इतनी अधिक संख्या में मुख्य अतिथि शामिल हुए थे.


कौन-कौन हुआ था शामिल?


इन मुख्य अतिथियों में ब्रुनेई के सुल्‍तान हाजी-हसनल-बोल्किया मुइज्‍जाद्दीन वदाउल्‍लाह, इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति जोको विदोदो, फिलीपीन के राष्‍ट्रपति रोड्रिगो रोआ डूतरेत, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग, मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो स्री मोहम्‍मद नजीब बिन तुन अब्‍दुल रज़ाक, थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत छान-ओ-चा, म्‍यांमार की स्‍टेट काउंसलर आंग सांग सू ची, वियतनाम के प्रधानमंत्री नग्‍युएन जुआन फूक और लाओ पीडीआर के प्रधानमंत्री थोंगलोंन सिसोलिथ शामिल थे. आसियान नेताओं में कुछ के साथ उनके उनकी पत्नियां थीं.


मोदी के कार्यकाल में अबतक कौन-कौन बने गणतंत्र दिवस के महमान?


साल 2015 में पहली बार अमेरिका का कोई राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुआ था. 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराम ओबामा इस समारोह में शामिल हुए थे. वहीं साल 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्‍मद बिन जायेद अल नहयान और साल 2016 में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि बने थे.


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