Anand Mohan: बिहार की नीतीश सरकार ( Nitish Government) ने बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) मामले में सहरसा जेल के दो पुलिसकर्मियों हरिनन्दन कुमार और दानी प्रसाद यादव को सस्पेंड कर दिया. राज्य सरकार ने एसपी (SP) जांच रिपोर्ट के आधार पर माना कि बाहुबली नेता आनंद मोहन सहरसा जेल से बाहर घूम रहा था. वह खगड़िया के सर्किट हाउस और आरजेडी (RJD) ऑफिस भी गया था. ऐसे में सवाल उठ रहा था कि कैसे कैद में बंद व्यक्ति बाहर कैसे आ सकता है. सीएम नीतीश कुमार पर भी सवाल उठ रहा कि वो अभी तक क्यों चुप हैं? 


एसपी जांच रिपोर्ट में क्या था?
एसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा था कि आनंद मोहन खगड़िया के सरकारी गेस्ट हाउस हाउस गया था. यहां से वो खगड़िया के आरजेडी ऑफिस भी गया. इसके अलावा वो मुसरीघरारी भी रुका था. यह सब उसने 11 से 13 अगस्त के बीच किया. जेल प्रशासन को स्वास्थ्य कारणों को हवाले देते हुए बाहर घूमता रहा. बाहुबली नेता आनंद मोहन का मामला सुर्खियों में जब आया जब उसके पटना में घूमने को फोटो मीडिया में चलने लगी. इसके बाद पता लगा कि वो खगड़िया सर्किट हाउस में ठहरा है.


एबीपी न्यूज की खबर पर मुहर
एबीपी न्यूज की टीम को खगड़िया सर्किट हाउस के रजिस्टर चेक करने पर पता चला था कि बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने 12 अगस्त को कमरा बुक किया था. केयरटेकर ने बताया था कि आनंद मोहन के बेटे चेतन ने तीन कमरे बुक किए. इनमें से एक कमरे में बॉडीगार्ड और दूसरे में दो कार्यकर्ता ठहरे हुए थे. अशोक कुमार के साथ पांच पुलिसकर्मियों की टीम भी थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर आनंद मोहन की सर्किट हाउस में रुकने की तस्वीर भी वायरल हो गई, इससे यह साफ हो गया कि वो खगड़िया में ठहरा था. इसके बाद डीएम (DM) ने भी इसे सही माना और फिर एसपी जांच रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हो गया. 


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