Colonel Manpreet Singh Killed In Encounter: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह (Colonel Manpreet Singh) के भीतर जो जज्बा और बहादुरी थी, वह किसी भी भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा कर सकता है. भारत माता के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले इस सपूत के परिवार को भी उनकी शहादत पर गर्व है. बेटे की शहादत पर मनप्रीत सिंह की मां मनजीत कौर का कहना है कि उनका बेटा बहुत दीलेर था.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए मोहाली के मुल्लांपुर में मनजीत कौर ने कहा, ''मनप्रीत देश के लिए शहीद हो गया. उसमें देश की सेवा करने का जज्बा था. उसने अभी देश की कम सेवा की थी, अभी और सेवा करनी थी.'' उन्होंने कहा कि मनप्रीत इस साल जनवरी में 10 दिन के लिए छुट्टी पर आया था और अब कुछ दिन में फिर से आने वाला था. वह बहुत ईमानदार था और कभी झूठ नहीं बोलता था.
मनप्रीत की शाहादत पर गर्व
वहीं, मनप्रीत की शाहादत पर उनके भाई संदीप ने कहा कि उन्हें अपने भाई के शहीद होने पर गर्व है और उनकी दिलेरी को सैल्यूट है. हालांकि, उनके जाने से परिवार का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अगले महीने मनप्रीत की बेटी का जन्मदिन था.
उन्होंने बताया कि उन्हें अपने भाई के शहीद होने की खबर पहले तो सोशल मीडिया से मिली थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई थी और फिर इसके कुछ देर बाद मीडिया में यह खबर फ्लैश हो गई. उन्होंने बताया कि उनके परिवार में कई लोग सेना में रहे हैं.
सेना के दो अधिकारी और एक पुलिस उपाधीक्षक शहीद
बता दें कि बुधवार (13 सितंबर) को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में दहशतगर्दों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और एक पुलिस उपाधीक्षक शहीद हो गए.
आतंकियों के होने के मिली थी सूचना
अधिकारियों ने बताया उन्हें बुधवार को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद सुरक्षाकर्मी आतंकवादियों की तलाश में जुट गए. इस दौरान वहां मुठभेड़ शुरू हो गई और सेना के कर्नल ने भी अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया. मुठभेड़ में मेजरआशीष धोनैक, कर्नल मनप्रीत सिंह और हुमायुं भट शहीद हो गए.
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