Jammu Kashmir: कश्मीर में होगा प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार, मार्तंड सूर्य मंदिर में स्थापित होगी राजा ललितादित्य की मूर्ति
Anantnag Martand Sun Temple: जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अनंतनाग जिले में स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर की सुरक्षा, संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए परियोजना शुरू करने का निर्देश दिया है.
Martand Sun Temple Restore: सरकार ने कश्मीर घाटी में सभी प्राचीन मंदिरों की रक्षा और पुनर्स्थापित करने का निर्णय लिया है. यहां पुनर्स्थापित होने वाला पहला मंदिर अनंतनाग में मार्तंड सूर्य मंदिर होगा, जहां मंदिर परिसर में राजा ललितादित्य की एक मूर्ति स्थापित की जाएगी.
सम्राट ललितादित्य की मूर्ति स्थापित की जाएगी
प्रशासन ने 27 मार्च को एक आधिकारिक आदेश जारी किया, जिसमें संस्कृति विभाग को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर की सुरक्षा, संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए परियोजना शुरू करने का निर्देश दिया गया है. सरकार ने सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड की मूर्ति स्थापित करने का भी निर्णय लिया, जिन्होंने 8वीं शताब्दी के दौरान मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कराया था.
अयोध्या के राम मंदिर का कलश रखा गया था
आधिकारिक बयान में कहा गया है, “सरकार के प्रधान सचिव, संस्कृति विभाग मार्तंड सन टेरपल के परिसर में सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड की मूर्ति की स्थापना के साथ कश्मीर में प्राचीन मंदिरों की सुरक्षा, संरक्षण और पुनर्स्थापना के संबंध में मामले पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की जाएगी. यह बैठक 1 अप्रैल 2024 को अनंतनाग में होगी."
पिछले साल राम मंदिर अयोध्या का एक कलश अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के मैदान में रखा गया था. उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के भक्तों सहित अनंतनाग के निवासी इस कलश को स्थापित करने के लिए एक साथ आए.
मनोज सिन्हा ने मार्तंड सूर्य मंदिर का किया था दौरा
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मार्तंड सूर्य मंदिर का दौरा किया थी. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने श्री मार्तण्ड तीरथ ट्रस्ट की ओर से आयोजित महायज्ञ में भाग लिया और सभी की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की.
माना जाता है कि कश्मीर में प्राचीन मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में हुआ था, लेकिन 1389 से 1413 के बीच इसे कई बार नष्ट करने की कोशिश की गई. ऐसा माना जाता है कि हिंदू शासक ललितादित्य ने 8वीं शताब्दी ईस्वी में सूर्य भगवान के सम्मान में मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कराया था. ललितादित्य सूर्यवंशीय क्षत्रिय थे.
सूर्य मंदिर को कर दिया गया था नष्ट
मंदिर की निर्माण शैली और उसमें प्रदर्शित विशेषज्ञता विश्व इतिहास में अभूतपूर्व थी. वास्तुकला के वास्तु विज्ञान को नियोजित किया गया है और इमारत को इस तरह डिजाइन किया गया है कि सूर्य की किरणें पूरे दिन सूर्य की मूर्ति पर पड़ती हैं.
ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार कश्मीर में मार्तंड सूर्य मंदिर को मुस्लिम शासक सिकंदर शाह मिरी या सिकंदर बुतशिकन (मूर्ति-भंजक) के आदेश पर नष्ट कर दिया गया था, जो मंदिरों पर हमला करने और उन्हें नष्ट करने की उनकी प्रवृत्ति के कारण मध्ययुगीन काल के इस्लामवादियों से अर्जित सम्मान था.